फरवरी तक आ सकती है corona वैक्सीन, तीसरे चरण में चल रहा ट्रॉयल Aligarh News

कोरोना वायरस की वैक्सीन फरवरी तक आने की संभावना जताई जा रही हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से इसके संकेत मिल रहे हैं। लिहाजा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का भी सहयोग लिया जा रहा है। ट्रायल के दो चरणों का परीक्षण पूरा हो चुका है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:11 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:11 AM (IST)
फरवरी तक आ सकती है corona वैक्सीन, तीसरे चरण में चल रहा ट्रॉयल  Aligarh News
कोरोना वायरस की वैक्सीन फरवरी तक आने की संभावना जताई जा रही हैं।

अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना वायरस की वैक्सीन फरवरी तक आने की संभावना जताई जा रही हैं।  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से इसके संकेत मिल रहे हैं। ट्रायल के दो चरणों का परीक्षण पूरा हो चुका है। तीसरे चरण के ट्रायल के लिए देश के 12 बड़े संस्थानों का चयन हुआ है, जो जल्द पूरा होने की उम्मीद है। देश में जगह-जगह कोरोना वैक्सीन के ट्रायल किए जा रहे हैं। सबसे पहले निजी व सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसलिए मेडिकल कॉलेज, आयुर्वेद अस्पताल, यूनानी अस्पताल, होम्योपैथी चिकित्सालय, रेलवे अस्पताल, ईएसआइ हॉस्पिटल के अलावा निजी नर्सिंग होम, पैथोलॉजी लैब, अल्ट्रासाउंड सेंटर के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ का ब्योरा मांगा गया है। हालांकि, इसमें विभाग के पसीने छूट रहे हैं। लिहाजा, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का भी सहयोग लिया जा रहा है।  पूरा ब्योरा ऑनलाइन अपलोड होगा।

ब्योरा जुटाने में विभाग की हालत खस्ता

सीएमओ कार्यालय में इस समय 559 डॉक्टरों ने पैथोलॉजी लैब, क्लीनिक, नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड सेंटर आदि पंजीकृत कराए हैं, जबकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन  के करीब 300 ही सदस्य हैं। 112 डॉक्टरों व उनके स्टाफ का ब्योरा मिल गया है। अन्य का ब्योरा जुटाने में विभाग की हालत खस्ता हो रही है। इस समय जिले में 74 सरकारी यूनिट हैं। इनमें जिला अस्पताल, दीनदयाल अस्पताल, महिला अस्पता, गांधी आई हॉस्पिटल, 13 सीएसी, 18 अर्बन पीएचसी, 37 पीएचसी, ईएसआइ अस्पताल, छेरत होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज आदि शामिल हैं।  यहां हजारों की संख्या में डॉक्टर व स्टाफ कार्यरत है।

 आयुष चिकित्सकों का भी ब्योरा

स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्रीय आयुर्वेदि-यूनानी अधिकारी कार्यालय व जिला होम्योपैथी कार्यालय से भी उनके अस्पतालों का ब्योरा मांगा है। हालांकि, कहीं से भी रिपोर्ट नहीं मिल पाई है।

 धीमी गति से कार्य

शासन ने 24 अक्टूबर तक डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ का ब्यारो मांगा था। जो अभी तक उपलब्ध नहीं है। यह ब्योरा पोर्टल पर अपलोड होना है, इसके लिए अभी तक यूजर आइडी व पासवर्ड अभी तक नहीं मिले हैं। ब्योरा पोर्टल पर अपलोड होने के बाद ही पता चलेगा कि जनपद में डॉक्टर व स्टाफ की स्थिति क्या है। उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी शरद गुप्ता ने बताया कि जल्द शासन के निर्देश पर ब्योरा जुटाने का काम तेजी से चल रहा है।

कोरोना वैक्सीन के लिए पूर्व में कोल्ड चेन का ब्योरा मांगा गया था। अब डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ का। 100 से अधिक डॉक्टर व उनके यहां कार्य करने वाले स्टाफ का ब्योरा मिल गया है। बाकी का ब्योरा लेने के लिए आइएमए से संपर्क किया है।

- डॉ. दुर्गेश कुमार, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी

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