अलीगढ़ में कोरोना संक्रमण थमा, 'पीकू' में होगा डेंगू रोगियों का इलाज Aligarh news

दीनदयाल अस्पताल व जिला अस्पताल में कोविड के लिए तैयार पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू) अब डेंगू रोगियों की भी जान बचाएगा। वर्तमान में कोरोना संक्रमण थमा हुआ है। शासन ने डेंगू या बुखार के गंभीर मरीजों (बच्चों) को पीकू वार्ड में भर्ती कर इलाज करने की गाइडलाइन जारी की है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 05:27 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 06:46 AM (IST)
अलीगढ़ में कोरोना संक्रमण थमा, 'पीकू' में होगा डेंगू रोगियों का इलाज Aligarh news
दीनदयाल अस्पताल व जिला अस्पताल में कोविड के लिए तैयार पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू) अब डेंगू रोगियों की भी जान बचाएगा।

विनोद भारती, अलीगढ़ । दीनदयाल अस्पताल व जिला अस्पताल में कोविड के लिए तैयार पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू) अब डेंगू रोगियों की भी जान बचाएगा। वर्तमान में कोरोना संक्रमण थमा हुआ है। शासन ने डेंगू या बुखार के गंभीर मरीजों (बच्चों) को पीकू वार्ड में भर्ती कर इलाज करने की गाइडलाइन जारी की है। ऐसे मरीज, जिन्हें वाइपेप, सीपेप, एचएफएनसी या वेंटीलेटर पर लेने की जरूरत होगी, चिकित्सक उन्हें बिना देरी किए पीकू में शिफ्ट कर इलाज दे सकेंगे।

बच्चों के लिए जानलेवा है डेंगू

जिस तरह बच्चों के लिए जितना घातक कोरोना को माना जा रहा है, उतना ही डेंगू भी है। डेंगू का वायरस भी बच्चे के लिवर, किडनी, लंग्स और रक्त नलिकाओं को डैमेज कर सकता है। कई बार बच्चा शाक ङ्क्षसड्रोम में पहुंचा जाता हैं। डेंगू में निमोनिया तक हो रहा है, जिसमें बच्चा सांस नहीं ले पाता। अलीगढ़ समेत तमाम जनपदों में डेंगू-बुखार से काफी मौत सामने आई हैं। इनमें काफी बच्चे पाए गए हैं। कई बच्चों की मौत तो केवल समय पर उचित उपचार न मिलने के कारण हुई। ऐसे में सरकार ने पीकू वार्डों को डेंगू रोगियों के लिए खोलने के आदेश दे दिए हैं।

डेंगू के काम आएंगे उपकरण

कोरोना की संभावित लहर से बचाने के लिए 200 बेड के पीकू वार्ड बनाए गए हैं। 100 बेड का पीकू मेडिकल कालेज व 50-50 बेड का पीकू दीनदयाल अस्पताल व जिला अस्पताल में तैयार किया गया है। यहां वाइपेप, सीपेप, एचएफएनसी, वेंटीलेटर, वार्मर, बीपी मशीन, पल्स आक्सीमीटर समेत तमाम उपकरणों की व्यवस्था है। अगस्त-सितंबर तक तीसरी लहर की आशंका थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। भविष्य के बारे में भी स्पष्ट कुछ नहीं कह सकते हैं। डेंगू तेजी से फैल रहा है।

इनका कहना है

डेंगू अथवा बुखार से ग्रस्त बच्चों की पल्स गिरे या बीपी, या सांस लेने में तकलीफ व दूसरी गंभीर समस्याएं सामने आने पर बच्चों को आइसीयू में लेने की जरूरत पड़ती है। डेंगू के प्रकोप को देखते हुए भविष्य में और ज्यादा संसाधनों की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में पीकू वार्ड काम आएंगे। शासन से आदेश आ गए हैं।

डा. आनंद उपाध्याय, सीएमओ

chat bot
आपका साथी