हाथरस में लगातार बाधित होती बिजली आपूर्ति से उपभोक्ता है त्रस्त, नहीं हो रही सुनवाई

सादाबाद क्षेत्र की समस्त जर्जर विधुत केबिल बदलने के आदेश के बाद बिसाबर में जर्जर बंच केबिल नही बदले जाने का खामियाजा यहां के उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है।सबसे मजे की बात ये की जहां विधुत खम्बे टूट चुके है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 05:50 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 05:50 PM (IST)
हाथरस में लगातार बाधित होती बिजली आपूर्ति से उपभोक्ता है त्रस्त, नहीं हो रही सुनवाई
बंच केबिल नही बदले जाने का खामियाजा यहां के उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है।

हाथरस, संवाद सहयोगी। सादाबाद क्षेत्र की समस्त जर्जर विधुत केबिल बदलने के आदेश के बाद बिसाबर में जर्जर बंच केबिल नही बदले जाने का खामियाजा यहां के उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है।सबसे मजे की बात ये की जहां विधुत खम्बे टूट चुके है। वहां की केबिल विधुत कर्मियों ने पेड़ व टीनशेड पर बांध कर जुगाड़ कर विभाग के खम्बे बचाने का काम किया है।

यह है मामला

बिसाबर में रोजाना बंच केबिल टूटने से विधुत आपूर्ति  ठप होती है। बंच केबिल पूर्ण रूप से जर्जर अवस्था में पहुंच गई है कई विद्युत खंभों पर एक ही स्थान पर दर्जनों जोड़ विद्युत कर्मियों द्वारा लगा दिए गए हैं

जिसके कारण होने वाली स्पार्किंग से हादसे की संभावना बनी रहती है। हालांकि जनपद की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत में शुमार बिसावर ग्राम पंचायत के मुख्य गांव बिसावर की ही हालत विद्युत मंच के बिल को लेकर काफी दयनीय होती जा रही है। यहां बंच केबल इतनी जर्जर हो चुकी है, जरा फाल्ट होते ही टूट कर गिर जाती है और यह हादसा कब किसके साथ हो जाए कहा नहीं जा सकता। इतना ही नहीं आए दिन बंच केबिल टूटने ने विधुत आपूर्ति ठप होती है। जिसका खामियाजा यहां के उपभोक्ताओं को उठाने को मजबूर होना पड़ता है क्योंकि चांदी के कारखानों में मशीनें विद्युत आपूर्ति से चलती हैं। यदि घंटों विद्युत आपूर्ति ठप हो जाए तो निश्चित रूप से कारखाने काम करना बंद कर देते हैं। बंच केबल कई व्यक्तियों के घर के दरबाजे के ऊपर से है। जब फाल्ट होता है केबिल में आग लगती है।हादसे के डर से लोग अपना घर छोड़कर बाहर निकल जाते है। जर्जर बंच केबिलो में आग लग जाती है जिसकी बजह से मुख्य मार्ग से जाने वाले राहगीरों के लिए खतरा बन सकता है। बंच केबल बिसाबर के मुख्य मार्ग से लेकर एक दर्जन से अधिक जगह पर बंच  केवल का बुरा हाल हैं, कही सूखे पेड़ो से तो कही टीन शेडो से बंधी हुई है। विभाग के पास पोल नही है यालापरवाही क्योंकि कस्बे में एक बंच टूटने पर पंचायत के आधा दर्जन गावो की विधुत आपूर्ति ठप हो जाती है। एक एक केबिल पर बीस से तीस जगहों पर जोड़ लगे हुए है। जबकि सादाबाद क्षेत्र में सभी स्थानों पर जर्जर केबल बदलने के आदेश जारी हो चुके हैं।इस आदेश के तहत सादाबाद कस्बा में जर्जर केवल में बदली भी गई है। लेकिन देहात के क्षेत्र में आखिर जर्जर झज्जर केबिल क्यों नहीं बदली जा रही।

लगेंगे पोल

विभाग को उपकेंद्र बिसाबर स्तर से बंच केवल बदलवाने के लिए कई बार भेजा गया है लेकिन अभी तक  विभाग ने कोई सुध नही ली। लगता है विभाग किसी बड़े हादसे के इंतजार में है। जे ई पुष्पेंद्र सिंह विमल के अनुसार स्टोर में बंच केबल नही है और ओर पैठ बाजार व पथवारी मोहल्ला में सूखे पेड़ व टीन शेड से बंधी केबिलो की जानकारी नही है अगर कहि ऐसा है तो जल्द ही विद्युत पोल लगाए जाएंगे।

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