एएमयू हिंसा में घायल छात्रों के लिए मुआवजा निर्धारण को कमेटी गठित Aligarh news
पिछले दिनों हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा की गई संस्तुतियों का पालन करने के निर्देश दिए थे। आयोग ने जांच रिपोर्ट में कहा कि छह घायल छात्रों को मुआवजा दिया जाए।
अलीगढ़, [जेएनएन]। सीएए-एनआरसी के विरोध में एएमयू में हुई हिंसा व तोडफ़ोड़ में घायल छात्रों को मुआवजा निर्धारण के लिए जिला प्रशासन ने पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है। प्रयागराज हाईकोर्ट के निर्देश पर यह कार्रवाई की है। पिछले दिनों हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा की गई संस्तुतियों का पालन करने के निर्देश दिए थे। आयोग ने जांच रिपोर्ट में कहा कि छह घायल छात्रों को मुआवजा दिया जाए। आयोग ने यह भी कहा था कि लाठीचार्ज में शामिल पुलिसकर्मियों और हिंसा में शामिल छात्रों के खिलाफ भी कार्रवाई हो। एएमयू में सीएए-एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन के बीच पुलिस व छात्रों के बीच कड़ी झड़प हुई थी। दोनों पक्षों से कई लोग घायल हुए थे। कैंपस में घुसकर छात्रों पर पुलिस कार्रवाई की राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जांच की थी। इस मामले में एएमयू के पूर्व छात्र अमन खान ने भी हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। मानवाधिकार आयोग की जांच रिपोर्ट पर हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया था कि आयोग की संस्तुतियों का पालन किया गया है। हिंसा में घायल एएमयू के छह छात्रों को मानवीय आधार पर मुआवजा दिया जाए। साथ ही पुलिस-प्रशासन को ऐसी परिस्थितियों से निपटने को जागरूक किया जाना चाहिए। वहीं दोषी छात्रों व बाहरी अराजक तत्वों पर कार्रवाई होनी चाहिए। आयोग ने यह भी कहा था कि लाठीचार्ज में शामिल पुलिसकर्मियों और हिंसा में शामिल छात्रों के खिलाफ भी कार्रवाई हो। अब इसी आदेश पर जिला प्रशासन ने अमल शुरू कर दिया है। घायल छात्रों को मुआवजा निर्धारण के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बना दी है। कमेटी की रिपेार्ट के बाद आगे का फैसला होगा।
इन छात्रों को मुआवजे की रिपोर्ट
मोहम्मद तारिक, नसीर चनम, तबरेज खान, मोहम्मद तजीम खान, अंसारी अयाज अहमद, नदीम आलम।
जांच कमेटी में ये शामिल
प्रशासन की आरे से मुआवजा निर्धारण कमेटी में पांच अफसर शामिल हैं। इनमें मुख्य कोषाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एसडीएम कोल, एसपी क्राइम व एएमयू के प्रॉक्टर शामिल हैं।