कलस्टर माडल 2.0 से होगा शत-फीसद कोविड टीकाकरण, जानें-क्या है ये माडलAligarh News

जिले में कोरोना से बचाव के लिए 27 लाख लाभार्थियों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित है। विगत नौ माह में 20 लाख से अधिक डोज लगाई गई है। इनमें 15.77 लाख लाभार्थियों को पहली डोज व 4.76 लाख लाभार्थियों को दोनों डोज लग पाई हैं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 03:59 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 03:59 PM (IST)
कलस्टर माडल 2.0 से होगा शत-फीसद कोविड टीकाकरण, जानें-क्या है ये माडलAligarh News
सीएमओ डा आनंद उपाध्याय ने बताया कि कलस्टर माडल-2.0 के लिए माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। जिले में कोरोना से बचाव के लिए 27 लाख लाभार्थियों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित है। विगत नौ माह में 20 लाख से अधिक डोज लगाई गई है। इनमें 15.77 लाख लाभार्थियों को पहली डोज व 4.76 लाख लाभार्थियों को दोनों डोज लग पाई हैं। यह स्थिति पूरे प्रदेश में हैं। लक्ष्य के अनुसार शत-फीसद टीकाकरण के लिए अभी काफी प्रयास की आवश्यकता है। विशेषकर दूसरी डोज के लिए।

ऐसे में सरकार ने कलस्टर एप्रोच व्यवस्था को नए रूप में टीकाकरण अभियान में लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसे कलस्टर माडल 2.0 का नाम दिया है।

ये है कलस्टर एप्रोच

कलस्टर एप्रोच के अंतर्गत 10 से 12 गांवों पर एक कलस्टर बना दिया जाता है। पूर्व में प्रति ब्लाक चार-चार कलस्टर बनाए गए थे। मेगा वैक्सीनेशन वाले निर्धारित स्वास्थ्य इकाई व अन्य स्थानों के अलावा कलस्टर में शामिल गांवों के आंगनवाड़ी केंद्र, पंचायत घर या अन्य सार्वजनिक स्थल पर टीकाकरण केंद्र बनाए गए। कलस्टर एप्रोच प्रणाली से टीकाकरण में काफी तेजी आई थी, लेकिन उस समय कलस्टर के हिसाब से वैक्सीन नहीं मिल पाई थी। अब जबकि, वैक्सीन की कोई किल्लत नहीं है। कलस्टर माडल 2.0 के जरिए सरकार की मंशा शत-फीसद टीकाकरण की है।

शासन ने दिए निर्देश

अमर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने समस्त जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि फिक्स बूथ, कलस्टर एप्रोच, मेगा वैक्सीनेशन डे आदि पूर्व की भांति चलते रहेंगे। इस बार दूसरी डोज को वरीयता दी जाए। कलस्टर माडल में चयनित पुराने गांवों में नए माडल से दूसरी डोज लगाई जाए। प्रथम डोज के शेष लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाएगा। प्रथम डोज का आंकलन लेखपालों के माध्यम से होगा, जो विश्वसनीय होना चाहिए। समस्त ग्रामों को तीन श्रेणिया में बांटा जाएगा। 95 फीसद या अधिक प्रथम डोज, 80 से 95 फीसद प्रथम डोज, 80 फीसद कम प्रथम डोज टीकाकरण। पहले दो श्रेणी वाले ग्रामों को प्रथामिकता से संतृप्त किया जाएगा। ऐसे गांवों को प्रथम डोज संतृप्त ग्राम की संज्ञा दी जाएगी।

इनका कहना है

सीएमओ डा आनंद उपाध्याय ने बताया कि कलस्टर माडल-2.0 के लिए माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है। प्रथम डोज संतृप्त ग्राम के साथ प्रथम डोज ब्लाक बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इसके लिए लोगों को भी जागरूक किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी