अलीगढ़़ में अधूरे नालाें की सफाई भी अधूरी, कैसे निकलेगा बारिश का पानी Aligarh news

जलभराव की समस्या से शहर काे निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने नाले तो बनवाए लेकिन कुछ क्षेत्रों में काम अधूरा छोड़ दिया। यही अनदेखी उन क्षेत्रों में मुसीबत बनी हुई है। हल्की बारिश में भी यहां सड़कें पानी से लबालब हो जाती हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 09:44 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 09:44 AM (IST)
अलीगढ़़ में अधूरे नालाें की सफाई भी अधूरी, कैसे निकलेगा बारिश का पानी Aligarh news
मैलरोज बाईपास पर नाला निर्माण न होने से जलभराव की विकराल समस्या रहती है।

अलीगढ़, जेएनएन । जलभराव की समस्या से शहर काे निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने नाले तो बनवाए, लेकिन कुछ क्षेत्रों में काम अधूरा छोड़ दिया। यही अनदेखी उन क्षेत्रों में मुसीबत बनी हुई है। हल्की बारिश में भी यहां सड़कें पानी से लबालब हो जाती हैं। समस्या इतनी भर नहीं है। निकासी न होने से ये नाले गंदगी से अटे पड़े हैं। इनकी सफाई भी नहीं हो रही। पड़ाव दुबे, रामघाट रोड पर डेढ़ साल से यही स्थिति है।

2019 में कुछ इलाकों में हुआ था नालों का निर्माण

नगर निगम ने 2019 में शहर के कुछ इलाकों में नालाें का निर्माण कराया था। कुछ तो बनने के बाद धराशायी हो गए, कुछ अब भी अधूरे पड़े हैं। मथुरा रोड, हड्डी गोदाम समेत तीन क्षेत्रोें में बने नाले पहली बारिश में ही ढह गए। जांच हुई, कार्रवाई के निर्देश दिए गए, मगर कुछ हुआ नहीं। इधर, पड़ाव दुबे तिराहे से चौराहे तक 190 मीटर नाला निर्माण का टेंडर हुआ था। 55 मीटर हिस्सा छोड़ दिया गया। बताया गया कि इसके लिए अलग से टेंडर होगा, लेकिन अब तक इसको लेकर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। नाला अधूरा ही रह गया। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि जो हिस्सा बनाया गया, उसकी गुणवत्ता खराब है। सरिया निकल रही हैं, इसे पाटा भी नहीं गया। नाले में गंदगी जमी रहती है, इसकी सफाई नहीं होती। बारिश होने पर क्षेत्र में पानी भर जाता है। यही स्थिति रामघाट रोड की है। जलभराव से प्रभावित मुख्य मार्गों में एक ये भी है। रामघाट रोड पर विद्यानगर कालोनी के सामने पेट्रोल पंप से प्रकाश लाज का नाले का निर्माण हुआ था। लेकिन, पेट्रोल पंप से किशनपुर तिराहे तक नाला नहीं बनाया गया। नाले का ये हिस्सा गंदगी से अटा पड़ा है। आसपास संचालित डेयरियों से निकला गोबर सीधे इसी नाले में बहा दिया जाता है। नाैरंगाबाद छावनी में भी बीते साल नाला निर्माण के दौरान एक हिस्सा छोड़ दिया गया था। उधर, मैलरोज बाईपास पर नाला निर्माण न होने से जलभराव की विकराल समस्या रहती है।

इनका कहना है

पड़ाव दुबे पर आधा ही नाला बनाया गया है। निकासी न होने से बारिश के मौसम में अक्सर पानी भर जाता है। सफाई भी नहीं कराई जा रही है।

प्रदीप कुमार, दुकानदार

डेढ़ साल से नाला निर्माण पूरा नहीं हो सका। पैसे की बर्बादी की जा रही है। नियमित सफाई भी नहीं हो रही है।

पंकज कुमार, दुकानदार

72 घंटों में बड़े नालों की सफाई के निर्दश

नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने मंगलवार को सुबह होते ही वर्चुअल मीटिंग कर अधीनस्थ अफसरों को 72 घंटे में पोकलैंड मशीन से सभी बड़े नालों की सफाई के आदेश दिए हैं। नगर अायुक्त के कड़े रुख के बाद अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्त की अगुवाई में एक टीम सुबह ही रवाना हो गई। साथ ही स्वच्छता निरीक्षक, वार्ड सचिव और वार्डों के नोडल अधिकारी को प्रतिदिन क्षेत्रीय लाेगों व जन प्रतिनिधियों के साथ क्षेत्र में भ्रमण कर सफाई, पेयजल और नाला सफाई व्यवस्था देखने के साथ गूगल लाइव लोकेशन देने के कड़े निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने बताया कि 35 अधिकारी व 456 कर्मचारियों की 80 टीमें नाला सफाई कार्य में लगाई गई हैं। जीएम जल को सभी सीवर पंपिंग स्टेशनों पर व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने और नियमित चलाने के निर्देश दिए हैं।

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