एक हजार करोड़ से अलीगढ़ के 384 गांव में पहुंचेगा स्वच्छ जल, ये है प्‍लान Aligarh news

जल जीवन मिशन के तहत लोगों को स्वच्छ पानी पहुंचाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। पहले चरण में जिले के 384 गांव का इस योजना में चयन हुआ है। इनमें से 131 करोड़ की डीपीआर भी तैयार हो गई है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 05:44 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 06:48 AM (IST)
एक हजार करोड़ से अलीगढ़ के 384 गांव में पहुंचेगा स्वच्छ जल, ये है प्‍लान Aligarh news
जल जीवन मिशन के तहत लोगों को स्वच्छ पानी पहुंचाने के लिए कवायद शुरू हो गई है।

अलीगढ़, जेएनएन।  जल जीवन मिशन के तहत लोगों को स्वच्छ पानी पहुंचाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। पहले चरण में जिले के 384 गांव का इस योजना में चयन हुआ है। इनमें से 131 करोड़ की डीपीआर भी तैयार हो गई है। एक गांव में करीब ढाई से तीन करोड़ की धनराशि खर्च होगी। ऐसे में पहले चरण के काम पर करीब एक हजार करोड़ की धनरार्शि खर्च होगी। गुरुवार को पहले चरण की डीपीआर का अनुबंध हो जाएगा। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएंगे। ट्यूवबेल, टंकी के साथ ही घर-घर पाइप लाइन का निर्माण होना है। 2024 तक जिले भर में पानी की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।

केंद्र सरकार की योजना

केंद्र सरकार ने 2024 तक प्रत्येक राजस्व गांव के हर व्यक्ति तक स्वच्छ पानी पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए जल जीवन मिशन योजना की शुरुआत की गई है। इसका मकसद हर घर तक नल है। इस साल अलीगढ़ जिले को भी इस योजना के तहत शामिल किया गया है। शासन स्तर से जल निगम को इस योजना के संचालन की जिम्मेदारी मिली है। पहले चरण में जिले के कुल 1138 गांव में से 384 गांव का चयन इस योजना में किया गया है। जल निगम के अधिशासी अभियंता पंकज रंजन ने बताया कि चयनित इन सभी गांव का सर्वे हो चुका है। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही डीपीआर बनाई गई है। अब तक 131 की डीपीआर तैयार हो चुकी है। आबादी के हिसाब से एक गांव में इस योजना के तहत औसतन ढाई से तीन करोड़ की धनराशि खर्च होगी।

आज होगा अनुबंध

जल मिशन को लेकर गुरुवार को विकास भवन में सभी संबंधित अफसरों को बुलाया गया है। यहां डीपीआर वाली पंचायतों का निर्माण के लिए अनुबंध किया जाएगा। इसके बाद निर्माण कार्य पूरा होगा। 2024 तक जिले के सभी गांव में इस योजना के तहत पानी की व्यवस्था करनी है।

हर घर तक बिछेगी पाइप लाइन

इस योजना के तहत प्रत्येक गांव में एक वाटर हेड टैंक का निर्माण कराया जाएगा। वाटर हेड की क्षमता गांव की आबादी के आधार पर तय की जाएगी। वाटर हेड टैंक निर्माण के लिए जमीन का चिन्हांकन हो चुका है। इसके साथ ही हर घर तक पाइपलाइन बिछाई जाएगी। पानी के लिए कनेक्शन वितरित होंगे।

खारे पानी से मिलेगी मुक्त 

जिले के सभी ब्लाकों में तमाम ऐसे गांव हैं, जहां पानी की स्थिति बेहद खराब है। लोग खारा पानी पीने को मजबूर हैं। जल जीवन मिशन से अब इस समस्या का निदान हो जाएगा। लोगों को टंकी के माध्यम से शुद्ध पानी मिलेगा।

हर घर नल के मकसद से सरकार ने जल जीवन मिशन की शुरुआत की है। पहले चरण में जिले से कुल 384 गांव का चयन किया गया है। इनमें से 131 गांव की डीपीआर भी बन चुकी है। अनुबंध होते ही काम शुरू हो जाएगा।

-अंकित खंडेलवाल, सीडीओ

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