Relief news : लगातार तीसरे साल भी नहीं बढ़ेंगे जमीनों की सर्किल रेट Aligarh news
आने वाले समय में जमीन खरीदने की तैयारी कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। जिले में लगातार तीसरे साल भी सर्किल रेट नहीं बढ़ाए जाएंगे। कोरोना के चलते इस बार भी निबंधन विभाग ने सर्किल रेट न बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया है।
अलीगढ़, जेएनएन। आने वाले समय में जमीन खरीदने की तैयारी कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। जिले में लगातार तीसरे साल भी सर्किल रेट नहीं बढ़ाए जाएंगे। कोरोना के चलते इस बार भी निबंधन विभाग ने सर्किल रेट न बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया है। हालांकि, इस प्रस्ताव पर अंतिम मुहर नवागत डीएम लगाएंगी। एक अगस्त से नए सर्किल रेट लागू होंगे। कोरोना के चलते कारोबार प्रभावित होने से इस बार भी जमीन के दाम न बढ़ाने का फैसला हुआ है।
हर साल जारी होते हैं नए सर्किल रेट
प्रशासन की ओर से हर साल नए सर्किल रेट जारी होते हैं। एक अगस्त से इनकी शुरुआत होती है। पिछले दो साल से जिले में सर्किल रेट नहीं बढ़ाए गए हैं। पहले जहां जमीन का कारोबार मंदा चल रहा था, वहीं पिछले साल कोरोना आ गया है। फिलहाल शहर और देहात में आवासीय, व्यवसायिक जमीनों के दाम अलग-अलग हैं। अगस्त 2018 में लागू हुए नए सर्किल रेट में अलीगढ़ का सबसे महंगा क्षेत्र रामघाट रोड और मैरिस रोड है। इन दोनों इलाकों में 80 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर सर्किल रेट हैं। अब वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए नए सर्किल रेट लागू करने की तैयारी हो गई है। निबंधन विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। अच्छी खबर यह है कि इस साल भी सर्किल रेट न बढ़ाने का प्रस्ताव बना है। मंगलवार को एडीएम वित्त एवं राजस्व विधान जायसवाल की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें सर्किल रेट को लेकर चर्चा हुई। अब अंतिम मुहर डीएम लगाएंगी।
यह हैं जिले के सबसे महंग इलाके
क्षेत्र, सर्किल रेट
मैरिस रोड चौराहे से सेन्टर प्वाइंट चौराहे तक 80 हजार
किशनपुर से क्वार्सी चौराहे तक 66 हजार
रामघाट रेलवे क्रासिंग से किशनपुर तिराहे तक 80 हजार
मैरिस रोड से केलानगर चौराहे तक 50 हजार
रेलवे स्टेशन से सेन्टर प्वाइंट चौराहे तक 50 हजार
दोदपुर, अमीर निशां, लालडिग्गी 38 हजार
एकता नगर, विक्रम कालोनी, क्वार्सी 46 हजार
नोट : सर्किल रेट प्रति वर्ग मीटर हैं
इनका कहना है
कोरोना के चलते इस बार भी जमीन के सर्किल रेट न बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार हुआ है। अब इस प्रस्ताव को डीएम के सामने रखा जाएगा। अंतिम मुहर उन्हीं के स्तर से लगेगी।
ज्ञानेंद्र कुमार, एआईजी स्टांप