मंदी के दौर में चीन भारत में झोंक देगा अपना माल, जानिए सच Aligarh News
चीन सबसे ज्यादा उत्सुक है क्योंकि अमेरिका से विवाद के चलते आर्थिक मंदी से जूझ रहा है। वह चाहता है कि भारत में अपना माल भेजे।
अलीगढ़ (जेएनएन)। स्वदेशी जागरण मंच के क्षेत्रीय संयोजक डॉ. राजीव कुमार ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। कहा, सरकार की गलत नीतियों से देश में आर्थिक मंदी के हालात हैैं। इसमें गरीब व मध्यम वर्ग सबसे ज्यादा पिस रहा है। फिर भी सरकार रीजनल कॉम्प्रिहेसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप (आरसीईपी) की ओर कदम बढ़ाने की कोशिश कर रही है। ऐसा हो गया तो स्थिति और खराब हो जाएगी।
ये है सरकार की गलत नीति
यहां डीएस बाल मंदिर स्कूल में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंंने कहा कि आरसीईपी में 16 देश सदस्य हैं। इसमें भारत के साथ चीन, जापान भी हैं। आरसीईपी के तहत इन देशों के बीच आयात-निर्यात शुल्क खत्म कर दिया जाएगा। इससे चीन भारत में अपना माल झोंक देगा। इससे भारत का डेयरी, स्टील व टेक्सटाइल्स बाजार कमजोर पड़ जाएगा।
स्वदेशी जागरण मंच विरोध करेगा
उन्होंने कहा कि अभी यह समझौता तो नहीं हुआ है, मगर संभावना लग रही है। समझौते के लिए चीन सबसे ज्यादा उत्सुक है, क्योंकि अमेरिका से विवाद के चलते आर्थिक मंदी से जूझ रहा है। वह चाहता है कि भारत में अपना माल भेजे। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत आगमन यही मंतव्य निकाला जा रहा है। स्वदेशी जागरण मंच पूरे देश में विरोध करेगा। इस समझौते को नहीं होने देगा। प्रेसवार्ता में प्रदेश संयोजक अनिल लोहानी, अखिल भारतीय केंद्रीय प्रतिनिधि कर्मवीर, डॉ. अमितेश मौजूद थे।