स्थायी विश्व व्यवस्था के लिए खतरा है चीन

आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक प्रो. हर्ष वी पंत ने कहा कि चीन के बढता गठजोड़ देश के लिए खतरा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 10:14 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 10:14 PM (IST)
स्थायी विश्व व्यवस्था के लिए खतरा है चीन
स्थायी विश्व व्यवस्था के लिए खतरा है चीन

जासं, अलीगढ़ : आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक प्रो. हर्ष वी पंत ने कहा कि चीन के बढ़ते प्रभुत्व से एशिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र राजनीति और सुरक्षा के लिहाज से अस्थिर हो जाएंगे। इसका भारत के हितों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। चीन के साथ पाकिस्तान का बढ़ता गठजोड़ पश्चिमी दुनिया पर इस्लामाबाद की निर्भरता को कम कर रहा है।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सामरिक और सुरक्षा अध्ययन विभाग की ओर आयोजित भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे में चीन का तत्व विषय पर आनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. हर्ष वी पंत ने कहा कि कैसे कोविड-19 के प्रकोप के बाद से चीन ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों में खुद को मजबूत करने के प्रयासों को गति दी है। पाकिस्तान की तुलना में चीन को भारत के लिए बड़ा खतरा बताते हुए प्रो. पंत ने कहा कि नए संदर्भ में नए नीतिगत फैसलों को मूल शोध की आवश्यकता है। इसमें एएमयू के सामरिक और सुरक्षा अध्ययन विभाग प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एएमयू के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि चीन एक स्थायी विश्व व्यवस्था के लिए खतरा है। एक ओर वह अपने पड़ोसियों से उलझा हुआ है और दूसरी ओर शिनजियांग प्रांत में उइगरों का शोषण कर रहा है। भारत को चीन को नियंत्रित रखने के लिए दूसरे देशों के साथ काम करना होगा। भारत में और अधिक आर्थिक विकास की आवश्यकता है। विभागाध्यक्ष प्रो. आफताब आलम ने विभाग की स्थापना के महत्व और उद्देश्य पर प्रकाश डाला। डा. सैयद तहसीन रजा और डा. स्वाति राव कार्यक्रम समन्वयक थे।

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