अलीगढ़ में झोपड़ी में आग लगने से जिदा जला मासूम, छह बकरियों की भी मौत

घर का सारा सामान आग की भेंट चढ़ गया। पुलिस व प्रशासन ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद देने की बात कही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 08:15 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 08:15 PM (IST)
अलीगढ़ में झोपड़ी में आग लगने से जिदा जला मासूम, छह बकरियों की भी मौत
अलीगढ़ में झोपड़ी में आग लगने से जिदा जला मासूम, छह बकरियों की भी मौत

जासं, अलीगढ़ : गौंडा क्षेत्र के गांव नगला कुंजी में सोमवार दोपहर को दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। शार्ट सर्किट से झोपड़ी में आग लग गई। हादसे में तीन साल के मासूम की जिदा जलकर मौत हो गई। छह बकरियों की जान चली गई। घर का सारा सामान आग की भेंट चढ़ गया। पुलिस व प्रशासन ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद देने की बात कही है।

गौंडा क्षेत्र के गांव नगला कुंजी में अलीशेर पत्नी व दो बच्चों के साथ झोपड़ी डालकर रहते हैं। अलीशेर झोपड़ी के पास बनी मस्जिद में मौलवी हैं। घर में बकरियां पालते हैं। सोमवार सुबह अलीशेर मस्जिद में थे। पत्नी तहरू निशा घर के बाहर थीं। सात वर्षीय बड़ा बेटा मोहम्मद भी बाहर ही खेल रहा था। घर में बकरियों के अलावा तीन वर्षीय छोटा बेटा आकिब सो रहा था। करीब साढ़े 11 बजे झोपड़ी के ऊपर से जा रही बिजली लाइन से शार्ट सर्किट हो गया, जिससे भूसे में आग लग गई। कुछ मिनटों में आग ने भीषण रूप ले लिया कि झोपड़ी भी जलने लगी। पत्नी के चीख-पुकार मचाने पर आसपास के लोग आ गए। भयंकर आग के चलते बच्चे को बाहर निकालने की हिम्मत नहीं जुटा सके। सूचना पर पहुंची दमकल ने आग पर काबू पाया। तब तक सबकुछ जल चुका था। हादसे में आकिब व छह बकरियों की जान चली गई। अलीशेर के मुताबिक, घर में रखे 46 हजार रुपये व अन्य सामान भी जल गया। हादसे के बाद एसडीएम इगलास कुलदेव सिंह, सीओ मोहसिन खान, तहसीलदार सौरभ यादव गांव पहुंचे और नुकसान का आकलन कर भरपाई का आश्वासन दिया। गौंडा एसओ संदीप कुमार, नायब तहसीलदार प्रवेश कुमार, लेखपाल योगेश शर्मा, फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने बच्चे को शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पशु चिकित्सक बुलाकर बकरियों का भी पोस्टमार्टम कराया गया। सीओ मोहसिन खान ने बताया कि शार्ट सर्किट से हादसा हुआ है। पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जा रही है।

बिलखती रह गई मां : ग्रामीणों में चर्चा थी कि हादसे के वक्त तहरू निशा होश खो बैठी थीं। पहले उन्हें लगा कि आकिब बाहर खेल रहा होगा, इसलिए मस्जिद की तरफ दौड़ी। जब पता चला कि बच्चा झोपड़ी में है तो खुद को संभाल नहीं पाई। वे बिलखती रहीं और बेटे की जान चली गई।

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