Breaking news : पंजे को अलविदा कर साइकिल पर सवार हुए चौधरी बिजेंद्र सिंह Aligarh news

पूर्व सांसद व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चौ. बिजेंद्र सिंह कांग्रेस से नाता तोड़कर साइकिल पर सवार हो गए हैं। पार्टी हाईकमान से नाराज बिजेंद्र सिंह ने लखनऊ में पूर्व मूख्य मंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा की कमान थाम ली।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 03:04 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 03:04 PM (IST)
Breaking news : पंजे को अलविदा कर साइकिल पर सवार हुए चौधरी बिजेंद्र सिंह Aligarh news
पूर्व सांसद व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चौ. बिजेंद्र सिंह

अलीगढ़, जेएनएन : पूर्व सांसद व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चौ. बिजेंद्र सिंह कांग्रेस से नाता तोड़कर साइकिल पर सवार हो गए हैं। पार्टी हाईकमान से नाराज बिजेंद्र सिंह ने अब से कुछ देर पहले ही लखनऊ में पूर्व मूख्य मंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा की कमान थाम ली। उनके साथ पूर्व विधायक जमीर उल्लाह भी  सपा में शामिल हुए हैं। जमीर उल्लाह की यह घर वापसी है। सपा से ही वह शहर व कोल विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। 

चार दिन पहले ही दे दिया था इशारा

पूर्व सांसद ने शुक्रवार को ही बताया था कि  चार दिन पहले उन्होंने पूर्व राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को दो टूक कहा दिया है कि यदि पार्टी में वफादारी व संघर्ष की कोई कीमत नहीं तो अब मेरा यहां और रहना संभव नहीं। प्रियंका ने एक सप्ताह में उन्हें वार्ता के लिए दिल्ली बुलाया था, मगर अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। इससे वे बेहद नाराज हैं। वह इस पार्टी में अब नहीं हर सकते। 

अनदेखी से थे आहत

चौ. बिजेंद्र सिंह काफी समय से पार्टी गतिविधियों से दूरी बनाए हुए हैं। दरअसल, वे वरिष्ठता के बावजूद पार्टी में हो रही अनदेखी से आहत हैं। कई बार वे हाईकमान के समक्ष अपनी नाराजगी भी जता चुके हैं। चौ. बिेजेंद्र सिंह ने प्रियंका से कहा था कि पार्टी में अब वफादारी व संघर्ष की कोई कीमत नहीं रही। पार्टी पर चापलूसों, गद्दारों व धोखेबाजों ने कब्जा कर रखा है। इससे मैं खुद को अपमानित महसूस कर रहा हूं। चार बार का विधायक और सांसद रहा हूं। पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया, मगर मैंने भी अपनी पूरी जिंदगी कांग्रेस को समर्पित कर दी। हमेशा से जनता के हित में लड़ता रहा हूं। भट्टा पारसौल से लेकर अन्य किसान आंदोलन में पूरी ताकत के साथ जुटा, मगर अब मुझे लग रहा है कि मैं उनके लिए कुछ नहीं कर पा रहा। जहां जनता का हित ही सुरक्षित नहीं, वहां रहकर मैं क्या करूंगा।? प्रियंका ने उन्हें वार्ता के लिए सात दिन में दिल्ली बुलाने का भरोसा दिया। चार दिन बाद भी कोई सूचना नहीं मिलने से पूर्व सांसद काफी नाराज हैं। ऐसे में वे कोई भी कड़ा कदम उठा सकते हैं।

जमीर उल्लाह की हुई घर वापसी

पूर्व विधायक जमीर उल्लाह भी सपा में शामिल हो गए। विधानसभा चुनाव के दौरान मुलायम परिवार में हुए खींचतान के दौरान जमीर उल्लाह अपने समर्थकों संग शिवपाल यादव के खेमे में चले गए थे। उन्होंने विधान सभा चुनाव निर्दलीय लड़ा था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। एक बार फिर उन्होंने सपा का दामन थाम लिया है। सपा से वह दो बार विधायक रह चुके हैं। 

भोलू भी हुए साइकिल पर सवार 

प्रधान संगठन के अध्यक्ष अर्जुन सिंह भालू समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। वह रात को ही  लखनऊ रवाना हो गए थे। शनिवार को उन्होंने सपा छात्रसभा के निर्वतमान जिलाध्यक्ष रंजीत चौधरी के साथ पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। भोलू का दावा है कि 40 ग्राम प्रधान भी सपा में शामिल हो रहे हैं।

chat bot
आपका साथी