Aligarh Weatherforecast : मौसम का मिजाज बदला, बादलों में छिपे सूर्यदेव

उत्‍तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में शुक्रवार को एक बार फिर मौसम बदल गया। सूर्यदव पर बादल हावी हो गए। सुबह से लेकर दोपहर तक धूप नहीं निकली। इससे एक बार फिर सर्दी बढ़ गई। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 08 Jan 2021 11:57 AM (IST) Updated:Fri, 08 Jan 2021 11:57 AM (IST)
Aligarh Weatherforecast : मौसम का मिजाज बदला, बादलों में छिपे सूर्यदेव
उत्‍तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में शुक्रवार को एक बार फिर मौसम बदल गया।

अलीगढ़, जेएनएन। उत्‍तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में शुक्रवार को एक बार फिर मौसम बदल गया। सूर्यदव पर बादल हावी हो गए। सुबह से लेकर दोपहर तक धूप नहीं निकली। इससे एक बार फिर सर्दी बढ़ गई।  इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। 

धूप न निकलने से ठिठुरन बढ़ गई

मौसम का मिजाज प्रतिदिन बदल रहा है। शुक्रवार को सूर्यदेव बादलों की ओट में छिप गए। इसका असर जन जीवन पर पड़ा। धूप न निकलने से ठिठुरन बढ़ गई। सुबह आंख भी देर से खुली। कोहरा नहीं था, लेकिन गलन महसूस हुई। बुधवार रात घना कोहरा छाया हुआ था। संभावना थी कि आगे भी कोहरे के प्रकोप रहेगा। लेकिन गुरुवार को मौसम साफ रहा। ठंड थी, मगर धूप निकलने से राहत महसूस हुई। शुक्रवार को मौसम का कुछ अलग ही अंदाज रहा। सुबह से आसमान पर बादल छाए रहे। 10 बजे सूर्यदेव बादलों से झांके और फिर छिप गए। इसके बाद दर्शन ही नहीं दिए। ठंड के चलते लोग सिर से लेकर पैर तक पूरी तरह ढके रहे। सड़कों पर आवागमन कम रहा। कार्यालयों में भी उपस्थिति कम नजर आयी। ज्यादातर लोग अलाव के सहारे ही दिन भर बैठे रहे। बसों के संचालन में विपरीत प्रभाव पड़ा। यात्रियों की संख्या कम थी। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले 3-4 दिन ऐसा ही मौसम रहेगा।

बादलों ने ढका सूरज

जनवरी की शुरुआत से मौसम में बदलाव आने लगा था। तेज बारिश और ओलावृष्टि ने जहां किसानों को नुकसान पहुंचाया, वहीं जनजीवन भी प्रभावित हुआ। आसमान में धुंध छायी रही, धूप का असर भी कम था। अब दो दिन से मौसम फिर बदल रहा है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में कोहरा छाएगा और धूप का असर कम होगा। दिन का तापमान एक-दो डिग्री बढ़ सकता है, जबकि रात का तापमान स्थिर रहेगा और ठंड का असर बना रहेगा। तेज बारिश और ओलावृष्टि न हुई तो यह मौसम फसलों के लिए लाभकरी साबित होगा। कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुधीर सारस्वत ने बताया कि किसान कीटनाशक का उपयोग तभी करें, जब फसल में रोग लगने की संभावना नजर आए। जमीन में अभी नमी है, इसलिए सिंचाई की आवश्यकता फिलहाल नहीं है।  

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