Panchayat elections : प्रत्याशियों ने वोट काटने के लिए खड़े किए साथी Aligarh news

जिले में कुल 867 ग्राम प्रधान 1156 क्षेत्र पंचायत सदस्य 47 जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनाव होना है। निर्वाचन आयोग ने इसके लिए 29 अप्रैल की तिथि निर्धारित की है। ऐसे में जिले में शनिवार व रविवार को नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 06:14 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 06:53 AM (IST)
Panchayat elections  : प्रत्याशियों ने वोट काटने के लिए खड़े किए साथी  Aligarh news
प्रधान पद के लिए सबसे अधिक उम्मीदवारों ने नामांकन किया।

सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़।  चुनाव के दौरान वोट काटने वाले प्रत्याशी यूं तो सभी प्रत्याशियों की नजर में खटकते हैं,लेकिन कई बार ये लोग उन प्रत्याशियों को पसंद आने लगते हैं जो जीत की राह पर होते हैं। इसी के चलते इस बार भी जिले में तमाम प्रत्याशियों ने वोट काटने के लिए जातिय समीकरणों को देखते हुए पर्दे के पीछे वाले अपने साथी ही डमी प्रत्याशी के तौर पर खड़े कर दिए हैं। इन प्रत्याशियों को मालूम है कि अगर वोट काटने वाले मैदान में रहे तो उनकी जीत की राह आसान हो जाएगी। इसके लिए ऐसे प्रत्याशियों को बिना जानकारी दिए मदद भी की गई ताकि वे मैदान में बने रहें। हालांकि, जिसके समीकरण बिगड़ रहे हैं, वह प्रत्याशी हर हाल में अगले दो दिनों में इनके पर्चा वापस कराने पर जो रहा है। प्रधान व जिला पंचायत सदस्य के क्षेत्रों में सबसे अधिक डमी प्रत्याशी मैदान में हैं।

ये हैं स्‍थिति

जिले में कुल 867 ग्राम प्रधान, 1156 क्षेत्र पंचायत सदस्य, 47 जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनाव होना है। निर्वाचन आयोग ने इसके लिए 29 अप्रैल की तिथि निर्धारित की है। ऐसे में जिले में शनिवार व रविवार को नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जिले में इन पदों के लिए 22 हजार से अधिक प्रत्याशियों ने पर्चो भरे हैं। इसमें प्रधान पद के लिए सबसे अधिक उम्मीदवार हैं। जिला पंचायत सदस्य के भी 550 से अधिक उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है। सूत्रों की मानें तो तमाम प्रत्याशियों ने अपने क्षेत्रों से डमी प्रत्याशी भी मैदान में उतार दिए हैं। इसके पीछे उनका मकसद दूसरे विरादरी के वोट काटना होता हैं। इसमें जातीय समीकरणों का सबसे अधिक फायदा मिलता है। 

डमी प्रत्याशी का अंतर ही कर देता है हार जीत 

वोट काटने वाले प्रत्याशी कई बार चुनाव में इतने वोट निकाल लेते हैं, जितना मुख्य प्रत्याशियों के बीच हार-जीत का अंतर भी नहीं होता। चुनावी दांव-पेंच के जानकार प्रत्याशी और उनके रणनीतिकार जानते हैं कि कैसे इन प्रत्याशियों को किसी भी तरह अंत तक मैदान में बनाए रखा जाए ताकि वे ज्यादा से ज्यादा वोट काट सकें। इस चुनाव में भी कई जिला पंचायत सदस्य व प्रधानी के क्षेत्रों में दर्जनों इस तरह के प्रत्याशी हैं, जिन पर इस तरह की रणनीति अपनाई जा रही है। विपक्षी के वोट कटते देख मुख्य संघर्ष में मौजूद प्रत्याशियों ने इन्हें पर्दे के पीछे से सहयोग भी शुरू कर दिया है। इसके लिए बिना बताए अपने कार्यकर्ता तक उसके चुनाव में लगा दिए गए हैं। 

इस तरह हुए हैं जिले में नामांकन 

पद, संख्या 

ग्राम पंचायत सदस्य, 9012

ग्राम प्रधान, 7215

क्षेत्र पंचायत सदस्य, 5714

जिला पंचायत सदस्य, 595

ब्लाक वार इस तरह हुए हैं नामांकन 

ब्लाक, क्षेत्र पंचायत सदस्य  ग्राम प्रधान  ग्राम पंचायत सदस्य 

धनीपुर, 392   572  529

अकराबाद, 513 581  614

लोधा, 455  719 712

जवां, 590, 665, 898

अतरौली, 487, 608, 1027 

बिजौली, 433, 494, 1006

गंगीरी, 545, 849, 1217 

इगलास, 455, 602, 446

गोंडा, 438, 524, 613

चंडौस, 383, 479, 462

खैर, 495, 601, 699

टप्पल, 518, 521, 789 

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