संक्रमित महिला की वेंटीलेटर पर सीजेरियन डिलीवरी, जच्चा-बच्चा स्वस्थ Aligarh news

डाक्टरों को धरती का भगवान यूं ही नहीं कहते। अब डाक्टरों ने गर्भस्थ शिशु के साथ वेंटीलेटर पर जिंदगी और मौत के बीच में झूल रही कोरोना संक्रमित गर्भवती की जटिल सिजेरियन आपरेशन कर डिलीवरी कर जान बचाई। कोरोना

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 05:17 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 05:17 PM (IST)
संक्रमित महिला की वेंटीलेटर पर सीजेरियन डिलीवरी, जच्चा-बच्चा स्वस्थ Aligarh news
डाक्टरों ने वेंटीलेटर पर जिंदगी और मौत के बीच में झूल रही संक्रमित गर्भवती का आपरेशन कर डिलीवरी की।

अलीगढ़, जेएनएन।  डाक्टरों को धरती का भगवान यूं ही नहीं कहते। अब डाक्टरों ने गर्भस्थ शिशु के साथ वेंटीलेटर पर जिंदगी और मौत के बीच में झूल रही कोरोना संक्रमित गर्भवती की जटिल सिजेरियन आपरेशन कर डिलीवरी कर जान बचाई। कोरोना काल में इस तरह का यह पहला आपरेशन है, जो अनूपशहर रोड स्थित डा. वकार हार्ट सेंटर में हुआ। जच्चा-बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं।

जटिल आपरेशन कर बचायी जान

ज्ञान सरोवर निवासी साफ्टवेयर इंजीनियर की गर्भवती पत्नी की पिछले दिनों तबीयत बिगड़ गई। सांस लेने में तकलीफ हुई तो तीन-चार दिन पूर्व विष्णुपुरी स्थित निजी हास्पिटल में भर्ती कराया। जांच में कोविड-19 की पुष्टि हुई। मंगलवार रात गर्भवती की तबीयत और बिगड़ गई। आक्सीजन लेवल गिरकर 70 तक पहुंच गया। डाक्टर ने दिल्ली रेफर करने की सलाह दी, लेकिन आज के हालात में यह आसान नहीं था। पति ने वूमेन एंड चाइल्ट वेलफेयर व सीएमओ से मदद की गुहार लगाई। पदाधिकारियों ने डा. वकार हार्ट सेंटर की चेयरमैन-एमडी व स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. अलवीरा शाह से मरीज को भर्ती करने का आग्रह किया। सीएमअो ने भी डा. अलवीरा से बात की। ऐसे में करीब 10.30 बजे गर्भवती को नाजुक हालत में वेंटीलेटर पर लिया गया। हालांकि, गर्भस्थ शिशु ठीक था। र्भवती को रातभर वेंटीलेटर पर रखने का निर्णय लिया गया। हालात ऐसे थे कि स्वजन ने सबकुछ डाक्टर व भगवान पर छोड़ दिया। डा. अलवीरा ने बताया कि मरीज साढ़े आठ माह की गर्भवती थी। गर्भ में बच्चा होने के कारण उसे और परेशानी हो रही थी। नार्मल डिलीवरी हो नहीं सकती थी। इसलिए सीजर करने का निर्णय लिया। वेंटीलेटर पर रखे गए मरीज की सीजेरियन डिलीवरी आसान नहीं थी, लेकिन हमनें हिम्मत नहीं हारी। बच्ची का जन्म हुआ है, जो पूरी तरह स्वस्थ है। अब मरीज की आक्सीजन सेचुरेशन भी 95 तक पहुंच गई है। आरपरेशन में डा. अलवीरा, निश्चेतक डा. अब्दुल्ला, ओटी टेक्नीशियन राय सिंह, आरएमओ गुफरान व अन्य का सहयोग रहा। सीएमओ डा. बीपीएस कल्याणी के अनुसार डा. वकार हार्ट सेंटर की टीम ने बेहतरीन काम किया। जच्चा-बच्चा की जान बच गई। सेंटर संचालक डा. अलवीरा शाह को बधाई।

chat bot
आपका साथी