बुलंदशहर के गिरोह ने की थी अलीगढ़ के पिसावा में सराफा कारोबारी से लूट
24 फरवरी को हुई थी लूट सरगना समेत तीन आरोपित फरार दो को दबोचा।
जासं, अलीगढ़ : पिसावा में सराफा कारोबारी अजय वर्मा के साथ लूट करने वाला गिरोह बुलंदशहर का था। पुलिस ने 48 घंटे के अंदर घटना का पर्दाफाश करते हुए दो बदमाशों को दबोचा है। इनसे लूट के 50 हजार रुपये भी बरामद हुए हैं। सरगना समेत तीन आरोपित फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
पिसावा कस्बे में राजा ज्वेलर्स के मालिक अजय वर्मा के साथ 24 फरवरी की शाम सवा सात बजे लूट हुई थी। वह अपने साले चीनू के साथ पैदल घर लौट रहे थे, तभी पांच बदमाशों ने हथियारों के बल पर बैग लूट लिया था। अजय ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से बदमाशों की ओर फायरिग भी की थी। एसपी देहात शुभम पटेल ने बताया कि सीसीटीवी में चार बदमाश कैद हुए थे। पता चला कि बदमाश स्कार्पियो में आए थे। ड्राइवर कार में ही बैठा था। पुलिस की जांच में बुलंदशहर के थाना जहांगीराबाद के नेकपुर का नाम सामने आया। पुलिस इसके गिरोह की तलाश में थी। इसी क्रम में शुक्रवार को पिसावा खुर्जा मार्ग पर ग्राम जलोखरी गेट के पास चेकिग के दौरान एसओ जितेंद्र सिंह भदौरिया की टीम ने स्कार्पियो (यूपी 16 एवी 2475) को रोका। इसमें रवि निवासी कलाखोरी थाना जहांगीरपुर (बुलंदशहर) व रोहित उर्फ बंटी निवासी नगला मुरारी साईं विहार को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से दो तमंचे व 50 हजार रुपये बरामद हुए। दोनों ने बताया कि कपिल निवासी नेकपुर थाना जहांगीरपुर (बुलंदशहर), रॉकी उर्फ राकेश उर्फ लौकी व रॉकी के चाचा सचिन निवासी गांव सरायघासी थाना सिकंदराबाद (बुलंदशहर) के साथ मिलकर ज्वेलर्स के साथ लूट की थी।
एक लाख की हुई लूट की रकम
सीओ मोहसिन खान ने बताया कि अजय ने हड़बड़ाहट में लूट की रकम पांच लाख बता दी थी। उसने लिखित में स्वीकार किया है कि मेरा लूटा गया बैग डाक्टर वीरपाल के प्लाट में पड़ा मिला था। इसमें मिली चाबी से लाकर खोलकर देखा तो वहां चार लाख रुपये रखे हुए थे। ऐसे में लूट एक लाख रुपये की हुई है।
बेटी की दवा लेने आए हिस्ट्रीशीटर कपिल ने की थी रेकी
सीओ मोहसिन खान ने बताया कि घटना का मास्टरमाइंड कपिल है। कपिल थाना जहांगीरपुर का हिस्ट्रीशीटर है। बुलंदशहर व गाजियाबाद से जेल जा चुका है। दो महीने पहले जेल से छूटा है। कुछ दिनों पहले कपिल अपनी बेटी की दवा लेने के लिए पिसावा आया था। तभी ज्वेलर्स की रेकी कर ली थी। इसके बाद सचिन के आगरा स्थित घर में लूट की योजना बनाई गई थी। सभी लोग बीच में आकर रेकी कर गए थे। कपिल की पत्नी भी एक मामले में जेल जा चुकी है।
बदमाशों ने मोबाइल कर दिए थे बंद
दरअसल, बदमाशों ने दिन में भी दो बार रेकी की थी। बदमाशों को ये पता था कि अजय बाइक से घर लौटते हैं। इसी हिसाब से योजना बनाई थी। चालक रवि को कार में छोड़ दिया था। मोबाइल बंद कर दिए थे, लेकिन ऐन वक्त पता चला कि अजय पैदल लौट रहे हैं तो बदमाश हड़बड़ा गए। आपस में संवाद नहीं हो पाया। इसीलिए भागते वक्त बदमाश तितर-बितर हो गए। भीड़ के डर से स्कार्पियो चालक भी बदमाशों को छोड़कर चला गया। बाद में खेतों के जरिये आगे जाकर सभी मिल पाए। पुलिस की जांच में सबसे पहले कपिल का नाम आया। फिर अलीगढ़ के ही रोहित का नाम आया था।