Politics : भाईचारा सम्मेलनों के जरिये ब्राह्मणों को साधेगी बसपा Aligarh news
पंचायत चुनाव के बाद बसपा ने जातीय संतुलन साधने के लिए ठोस रणनीति को अंजाम दिया है। पार्टी बसपा भाइचारा बनाओं कमेटी के जरिये सभी वर्ग में घुसपैठ बनाएगी। इसकी शुरूआत ब्राह्मण समाज भाईचार बनाओं सम्मेलन से होने जा रही है।
अलीगढ़, जेएनएन। पंचायत चुनाव के बाद बसपा ने जातीय संतुलन साधने के लिए ठोस रणनीति को अंजाम दिया है। पार्टी बसपा भाइचारा बनाओं कमेटी के जरिये सभी वर्ग में घुसपैठ बनाएगी। इसकी शुरूआत ब्राह्मण समाज भाईचार बनाओं सम्मेलन से होने जा रही है। 23 जुलाई को अयोध्या में विराट ब्राह्मण सम्मेलन होने जा रहा है। इसे पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा आयोजित करने जा रहे हैं। अलीगढ़ में भी मंडलीय ब्राह्माण सम्मेलन आयोजित होगा। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
सोशल इंजीनियरिंग का सहारा लेगी बसपा
बसपा इस बार भी सोशल इंजीनियरिंग के जरिये विधानसभा चुनाव में उतरने जा रही है। पार्टी जिसकी जितनी संख्या भारी, उतनी उसकी हिस्सेदारी का ही मूल मंत्र होगा। आरक्षित सीटों को छोड़कर बाकी की सभी सीटों पर उसी को विधानसभा का प्रत्याशी बनाया जाएगा, जिस समाज के ज्यादा वोट होंगे। विधानसभा बार क्षत्रिय, ब्राह्मण, यादव, वैश्य, मुस्लिम व अन्य जाति की बसपा भाईचार बनाओ कमेटियों का गठन कर जातीयों को साधा जाएगा। एक हफ्ते में सभी जाती की विधानसभा स्तर पर कमेटियों का गठन होगा। इगलास व खैर में जाट समाज की भाईचारा बनाओं कमेटी का गठन हो गया है।
ब्राह्मण समाज के सम्मेलन की शुरूआत
ब्राह्मण समाज के सम्मेलन की शुरूआत हो रही है। अयोध्याय सम्मेलन के बाद ब्राह्मण भाईचार कमेटी के मंडल अध्यक्ष शिवकांत शर्मा ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इनके साथ बाम सेफ के ओम प्रकाश सिंह को लगाया गया है। यह पहले मंडल की चारो सुरक्षित विधानसभाओं में कमेटियों का गठन करेंगे, जिसमें इगालास, खैर, एटा जिले की जलेसर व हाथरस की हाथरस शहर विधानसभाओं पर काम होगा।
पूर्व सांसद करेंगे समीक्षा
सोमवार को संगठन की समीक्षा करने के लिए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद बाबू मुनकाद अली संगठन की समीक्षा करने आ रहे हैं। वे मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारी सूरज सिंह, अशोक सिंह, अरविंद आदित्य, रणवीर कश्यप से जिले बार संगठन की बूथ स्तर तक चर्चा करेंगे। मुनकाद अली पहले ही बूथ स्तर तक सक्रिय कार्यकर्तओं की नियुक्ति की सिफारिश कर चुके हैं। जिले के मुख्य सेक्टर प्रभारियों से जिलाध्यक्षों के साथ मिलकर शहर, कस्बा व विधानसभा स्तर तक सक्रिय व संघर्षशील कार्यकर्ताओं की तैनाती के निर्देश दे चुके हैं।