पंचायत चुनाव में असहयोग करने वाले अलीगढ़ के कार्यकर्ता बसपा के रडार पर
पंचायत चुनाव के नतीजे आने के बाद बसपा जिला पंचायत अध्यक्ष पद को कब्जाने की तैयारियों में जुट गई है।
जासं, अलीगढ़ : पंचायत चुनाव के नतीजे आने के बाद बसपा जिला पंचायत अध्यक्ष पद को कब्जाने की तैयारियों में जुट गई है। जिला पंचायत सदस्य के चुनाव प्रचार समेत अन्य रणनीति से दूरी बनाने वालों को भी चिह्नित किया जा रहा है। वे पार्टी के रडार पर हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बाबू मुनकाद अली को दूसरे मंडल में स्थानांतरित करने के बाद इनके स्थान पर आए शमशुद्दीन राइन ने पार्टी के चुनिदा पदाधिकारियों के साथ मंत्रणा की। राइन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुख्य सेक्टर प्रभारी भी हैं। बसपा में जिला पंचायत सदस्य के लिए समर्थित प्रत्याशियों के चयन को लेकर कुछ पदाधिकारियों में मतभेद थे, जो मनभेद में बदल गए। इन पदाधिकारियों ने जिला व मडल संगठन के खिलाफ असहयोग आंदोलन छेड़ दिया था। खुलकर भले ही विरोध न किया हो मगर चुनाव प्रबंधन व संगठन से दूरियां बना लीं। शमशुद्दीन ने जिलाध्यक्ष रतनदीप सिंह के खैर रोड स्थित कैंप कार्यालय में चुनिदा पदाधिकारियों के साथ मंत्रणा की। राइन ने कहा कि पिछले तीन बार से पार्टी समर्थित जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं। इस बार भी हमें अपना अध्यक्ष बनाना है। इस मौके पर आगरा-अलीगढ़ मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारी सूरज सिंह, अलीगढ़ मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारी अशोक सिंह, जिलाध्यक्ष रतनदीप सिह, अरविद आदित्य, गजराज विमल, विजेंद्र सिंह विक्रम, सुरेश गौतम मौजूद थे।
कोरोना योद्धा बनकर काम करेंगे बसपाई : बसपा प्रमुख मायावती ने शमशुद्दीन के जरिये संदेश भी भेजा है। कहा है, बसपाई कोरोना योद्धा की तरह काम करेंगे। लोगों को कोविड गाइडलाइन का पालन करने के लिए प्रेरित करेंगे। जरूरतमंदों की मदद करेंगे।