एएमयू में हुआ अपशिष्ट प्रबंधन पर मंथन, उपयुक्त प्रौद्योगिकियों और अनुपालन नियामक ढांचे की जरूरत पर जोर Aligarh news

अलीगढ़ विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कालेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग की ओर से से ‘अपशिष्ट प्रबंधनः चुनौतियां तथा अवसर’ विषय पर सप्ताह भर चलने वाले फैकल्टी डेवेलपमेंट का साेमवार को समापन हो गया।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 05:01 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 05:01 PM (IST)
एएमयू में हुआ अपशिष्ट प्रबंधन पर मंथन, उपयुक्त प्रौद्योगिकियों और अनुपालन नियामक ढांचे  की जरूरत पर जोर Aligarh news
एएमयू में अपशिष्‍ट प्रबंधन : चुनौतियां व अवसर विषय पर मंथन किया गया।

अलीगढ़, जेएनएन : अलीगढ़ मुस्‍लिम विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कालेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग की ओर से से ‘अपशिष्ट प्रबंधनः चुनौतियां तथा अवसर’ विषय पर सप्ताह भर चलने वाले फैकल्टी डेवलपमेंट का साेमवार को समापन हो गया।

अपशिष्‍ट प्रबंधन पर रखे गए विचार : समारोह समापन को संबोधित करते हुए जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली के प्रो. सिराजुद्दीन अहमद ने वर्तमान तकनीकों, रणनीतिक नवाचारों और निगरानी उपकरणों के आधार पर अपशिष्ट प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने टिकाऊ रीसाइक्लिंग और ठोस कचरे के उपयोग के लिए व्यवहार्य दृष्टिकोणों पर भी चर्चा की। रीसाइकिलिंग एण्ड ऐनवायरनमेंट इंडस्ट्री एसोसिएशन इंडिया के महानिदेशक डा. आरके बंसल ने रीसाइक्लिंग को आर्थिक रूप से आकर्षक बनाने के लिए उपयुक्त प्रौद्योगिकियों और अनुपालन नियामक ढांचे की आवश्यकता को रेखांकित किया।

एफडीपी के आयोजन पर बल : सिविल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. अब्दुल बाकी ने अपशिष्ट प्रबंधन और अनुकूलन तकनीकों पर तकनीकी कौशल बढ़ाने और प्रभावी रणनीतियों को समझने और योजना बनाने के लिए एफडीपी के आयोजन के महत्व पर बल दिया। कार्यक्रम के समन्वयक प्रो. सोहेल अयूब और एम सलीम महताब ने कहा कि भविष्य में स्थायी पर्यावरण विकास की आवश्यकता पर आगे भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। चंद्रकांत एस देवड़ा द्वारा योग और ध्यान के महत्व पर एक विशेष सत्र का संचालन किया। संयोजक प्रो. आईएच फारूकी ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया।

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