अलीगढ़ में जुलूस के साथ नामांकन के लिए पहुंचीं भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी

जासं अलीगढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष की भाजपा प्रत्याशी विजय सिंह के नामांकन में भाजपाइयों ने शक्ति

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Jun 2021 01:42 AM (IST) Updated:Sun, 27 Jun 2021 01:42 AM (IST)
अलीगढ़ में जुलूस के साथ नामांकन के लिए पहुंचीं भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी
अलीगढ़ में जुलूस के साथ नामांकन के लिए पहुंचीं भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी

जासं, अलीगढ़ : जिला पंचायत अध्यक्ष की भाजपा प्रत्याशी विजय सिंह के नामांकन में भाजपाइयों ने शक्ति प्रदर्शन किया। शनिवार को गांधीपार्क कार्यालय पर सैकड़ों भाजपाई जुट गए। यहां से जुलूस के रूप में आगे बढ़े। तस्वीर महल पर काफिले को रोका गया, मगर तमाम भाजपाई गाड़ियों के साथ आगे बढ़ गए। सपाइयों ने नाराजगी जताई। विजय सिंह के साथ उनके पति श्यौराज सिंह, पुत्र प्रवीण राज सिंह, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शशि सिंह भी थीं। सूबे के वित्त राज्यमंत्री संदीप सिंह, सांसद सतीश गौतम, जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह, महानगर अध्यक्ष डा. विवेक सारस्वत, एमएलसी डा. मानवेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह, शहर विधायक संजीव राजा, कोल अनिल पाराशर, छर्रा रवेंद्र पाल सिंह, इगलास विधायक राजकुमार सहयोगी कलक्ट्रेट में अंदर पहुंचे। यहां भाजपाइयों को देखकर सपाइयों ने नारेबाजी कर दी। पूनम बजाज, सुनील पांडेय, डा. राजीव अग्रवाल, मुकेश लोधी, शिवनारायण शर्मा, गोपाल माहेश्वरी, गोपाल सिंह, हितेंद्र उपाध्याय बंटी, भूपेंद्र सिंह, सुधीर सिंह, शल्यराज सिंह भी काफिले में थे।

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जयवीर समेत कई नेताओं की साख दांव पर

जासं, अलीगढ़ : जिला पंचायत अध्यक्ष की भाजपा प्रत्याशी विजय सिंह को लेकर दिग्गज नेताओं की साख दांव पर है। एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया शुरुआत से ही लगे हैं। पूरी भाजपा भी एकजुट नजर आ रही है। सबसे अधिक प्रतिष्ठा पूर्व मंत्री जयवीर सिंह की लगी है। इस चुनाव में वे अहम भूमिका निभा रहे हैं। अंत समय में उन्होंने ही बाजी को पलटने का काम किया था। अब भी प्रत्याशी की जीत के लिए लगे हैं। हाथरस की जिम्मेदारी भी पार्टी उन्हें दे रखी है।

निर्विरोध नहीं जिता पाए : कई जिलों में भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध जिता लिया है। अलीगढ़ में ऐसा करने में संगठन पीछे रहा। कुछ वरिष्ठ नेताओं ने दबी जुबान में इस बात को स्वीकार भी किया। उनका कहना है कि जब सारी रणनीति बन गई थी, सदस्य भाजपा के साथ खड़े हैं, ऐसे में थोड़ी सी भी मेहनत कर ली जाती तो विजय सिंह निर्विरोध जीत जातीं।

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