BJP politics : किसानों के बीच जाएंगे अलीगढ़ के भाजपाई, ये है रणनीति
किसानों का दिल्ली में चल रहेे किसान आंदोलन को देखते हुए भाजपा के कार्यकर्ता किसानों के बीच में जाएंगे और किसानों को कृषि बिल की खूबियों के बारे में बताएंगे। गांव में पंचायत करते किसानों से सीधा संवाद स्थापित करेंगे।
अलीगढ़, जेएनएन। किसानों का दिल्ली में चल रहेे किसान आंदोलन को देखते हुए भाजपा के कार्यकर्ता किसानों के बीच में जाएंगे और किसानों को कृषि बिल की खूबियों के बारे में बताएंगे। गांव में पंचायत करते किसानों से सीधा संवाद स्थापित करेंगे।
यह है भाजपा की रणनीति
दिल्ली में किसान आंदोलन लंबे समय से चल रहा है। किसान अपनी मांगों पर तीनों बिल वापस करने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। अभी हाल में पूरे देश में रेल रोको का भी एलान किया था। जिसमें कुछ जगहों पर किसान रेल की पटरी पर भी बैठ गए थे। आगे भी किसान नेता राकेश टिकैत ने अक्टूबर तक वह आंदोलन जारी रखने का एलान किया है। इसके बाद कोई बड़ी रणनीति बना सकते हैं। इधर पंचायत चुनाव है और पंचायत चुनाव के खत्म होते ही उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो जाएगी। ऐसे में यदि किसान आंदोलन लंबा चला तो भाजपा को नुकसान भी हो सकता है। इसलिए भाजपा ही किसानों के बीच में जाकर कृषि कानून की खूबियों के बारे में बताने का निर्णय लिए पार्टी ने तय किया है की प्रदेश क्षेत्र और जिले स्तर के पदाधिकारी गांव में जाकर किसान पंचायत करेंगे। वह किसानों को बताएंगे कि यह बिल उनके हित में है।मोदी सरकार उन्हें खुला बाजार दे रही है। जबकि पिछली सरकारों ने सिर्फ किसानों को वोट बैंक की तरह प्रयोग किया है उनके हित में कोई काम नहीं किया। भाजपा ने पहली बार किसानों के हित में कदम उठाया है।
भाजपा ने किसानों के हित हमेशा कदम उठाया
किसानों की आय को दोगुना करने का निर्णय लिया है, जिसे विपक्षी पचा नहीं पा रहे हैं इसलिए वह किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। इसलिए किसानों के बीच में जाएंगे। क्योंकि अप्रैल से जिला पंचायत चुनाव है इसमें की जात किसानों की अहम भूमिका रहेगी ऐसे में भाजपा को डर है कहीं अगर नाराज हुए तो उनके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। कृषि कानून के फायदे के बारे में बताया गया या समझाया जा सका तो उनके लिए बड़ी जीत होगी। किसान नेता राकेश टिकैत ने अक्टूबर तक आंदोलन की ऐसे भी विधानसभा चुनाव की तैयारियां भी प्रभावित हो सकती हैं। इसीलिए भाजपा की कोशिश होगी कि अधिक से अधिक किसानों को कृषि कानून के बारे में समझाया जा सके, जिससे चुनाव के समय किसानों को विपक्षी दल बरगलाना सकें। भाजपा जिलाध्यक्ष चौधरी ऋषि पाल सिंह ने कहा है कि किसानों के बीच जाकर कोई नया काम नहीं कर रही है। हमारी पार्टी गांव गरीब किसान का विशेष ध्यान देते आई है। हम हमेशा से किसानों के बीच में जाते रहे हैं। उन्हें कभी वोट बैंक की तरह प्रयोग नहीं किया है, बल्कि किसानों को इस देश का सबसे बड़ा आधार बिंदु माना है। इसलिए किसानों के हित में पार्टी ने हमेशा कदम उठाया है।कृषि कानून बिल्कुल भी उसी संदर्भ में है यह की दिशा और दशा दोनों बदल देगा। बस किसान साथ दें और देश को तोड़ने वाली शक्तियों का मुंहतोड़ जवाब दें।