Nitin Mahour Murder Case: अलीगढ़ में अनुशासनहीनता पर बड़ी कार्रवाई, दो सिपाही बर्खास्त
two soldiers dismissed शासन के आदेश के बाद दागी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके तहत अलीगढ़ पुलिस ने अनुशासनहीनता में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया। इसमें एक महिला सिपाही भी है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। two soldiers dismissed: शासन के आदेश के बाद दागी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके तहत अलीगढ़ पुलिस ने अनुशासनहीनता में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया। इसमें एक महिला सिपाही भी है। दोनों जांच में दोषी पाए गए थे। 15 नवंबर 2017 को सासनीगेट क्षेत्र में हार्डवेयर कारोबारी के बेटे नितिन माहौर की गोली मारकर हत्या की गई थी।
यह है मामला
दरअसल, उस वक्त मेयर प्रत्याशी की सुरक्षा ड्यूटी में लगे सिपाही मनीष कुमार की रात आठ बजे किसी बात को लेकर नितिन माहौर से कहासुनी हुई थी। इसमें सिपाही ने अपनी सरकारी कार्बाइन से फायर कर दिया। गोली नितिन माहौर को लगी। इलाज के दौरान दिनांक 18 नवंबर को नितिन की मौत हो गई थी। इस मामले में कलेक्ट्रेट पर लोगों ने धरना प्रदर्शन किया था। वहीं पुलिस ने थाना सासनीगेट में मुकदमा दर्ज करके आरोपित सिपाही मनीष को जेल भेज दिया। इधर, प्रकरण की विभागीय जांच में सिपाही को सरकारी कार्बाइन का दुरुपयोग करने व पुलिस विभाग की छवि धूमिल करने का दोषी पाया गया। इधर, महिला सिपाही कुमारी कांती का 16 दिसंबर 2011 को एटा से अलीगढ़ के लिए स्थानांतरण किया गया था। लेकिन, 24 दिसंबर को कांती अलीगढ़ में नहीं आईं। बिना किसी अनुमति व अवकाश के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहीं। नौ साल बाद 24 अक्टूबर 2020 को अलीगढ़ आगमन कराया।उमहिला सिपाही को कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता व अनुशासनहीनता बरतने के लिए दोषी पाया गया। एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया है।
अकारण लंबित विभागीय मामले की जांच करवाई जा रही है। कुछ मामले ऐसे भी हैं, जिनमें आरोपित निर्दोष भी पाए जा रहे हैं। ऐसे में उन्हें सेवा के देयक लाभ भी दिए जा रहे हैं। सभी को निर्देशित किया गया है कि पूरे मनोबल के साथ जनहित में काम करें।
कलानिधि नैथानी, एसएसपी