भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को बनाया चकरघन्नी, ऐसे किया गुमराह Aligarh News
भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने ऐसी रणनीति बनाई कि पुलिस चकरघिन्नी बनी रही। आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर पुलिस को चकमा देकर अन्य किसी मार्ग से मेडिकल पहुंच गए।पुलिस जान ही नहीं पाई। मेडिकल में भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने पुलिस व सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
अलीगढ़ जेएनएन : भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने ऐसी रणनीति बनाई कि पुलिस चकरघिन्नी बनी रही। आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर पुलिस को चकमा देकर अन्य किसी मार्ग से मेडिकल पहुंच गए।पुलिस जान ही नहीं पाई। मेडिकल में भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने पुलिस व सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
एक करोड़ रुपये मुआवजा दिलाने की मांग
भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को जब ये पता चला कि जनपद की सीमा पर चंद्रशेखर को पुलिस ने पकड़ लिया है तो वह भडक़ गए। भीमा आर्मी नेता हिमांशु बाल्मीक के नेतृत्व में कार्यकर्ता सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सडक़ पर बैठ गए और जाम लगा दिया। वह पीडि़ता को न्याय दिलाने तथा दोषियों को फांसी की सजा दिलाने के नारे लगे। एसडीएम प्रवीण यादव व एसपी ट्रैफिक सतीश कुमार ने कार्यकर्ताओं को काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन वह चंद्रशेखर को अलीगढ़ जाने देने तथा अन्य कार्यकर्ताओं को छोडऩे के साथ ही पीडि़ता का इलाज एम्स में कराने, एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिलाने आदि मांग करने लगे। एसपी ट्रैफिक ने उनकी उच्चाधिकारियों से वार्ताकर उनकी सारी बातें मानने का आश्वासन दिया। तब आधा घंटा बाद जाम खोलने को राजी हुए।टोल प्लाजा पर प्रशासनिक अधिकारी के साथ कई थानों की पुलिस फोर्स रही मौजूद - पुलिस ने एक संदिग्ध व्यक्ति को लिया हिरासत में, कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी करते हुए आधा घंटे तक हाइवे को जाम किया
पुलिस व सरकार के खिलाफ नारेबाजी
गभाना टोल प्लाजा पर आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद रावण के मेडिक कॉलेज में भर्ती हाथरस की दुष्कर्म पीड़िता से मिलने जाने की खबर पर पुलिस सुबह से ही गभाना टोल पर मुस्तैद हो गई। फोर्स ने दिल्ली की ओर से आने वाले वाहनों को रोक-रोककर चेक किया। दोपहर बाद तक पुलिस यहां नाके बंदी में लगी रही वहीं चंद्रशेखर पुलिस को चकमा देकर अन्य किसी मार्ग से मेडिकल पहुंच गए। भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने पुलिस व सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर हाइवे जाम कर दिया। चंद्रशेखर को जिले की सीमा में प्रवेश करने से रोकने लिए एसडीएम गभाना प्रवीण यादव, एसपी ट्रैफिक सतीश कुमार, एसपी क्राइम अरविंद कुमार, एएसपी विकास कुमार, सीओ द्वितीय राघवेंद्र सिंह के नेतृत्व में गभाना, चंडौस, लोधा, बन्नादेवी, देहलीगेट थानों की पुलिस के अलावा पीएसी के साथ गभाना टोल प्लाजा पर पहुंच गए। अन्य संपर्क मार्गों पर भी पुलिसबल तैनात कर दिया गया। पुलिस पहले तो दिल्ली की तरफ से आने वाली छोटी गाडिय़ों को चेक कर रही थी। बाद में किसी बस में आने की सूचना पर दिल्ली की तरफ से आने वाली रोडवेज बस व प्राईवेट बसों को रोककर चेकिंग करने लग गई।