Ram Mandir Bhumi Pujan: ध्वज पताका घर-घर लहराए, दीप जला गीत मंगल गाए Aligarh News
ध्वज और पताकाओं से पूरा शहर ऐसा सजा था कि उसका वर्णन मुश्किल है। अलीगढ़ में भी हर घर मंगल पताका लहराईं। फूल बरसे और मिठाइयां बंटीं।
अलीगढ़ जेएनएन: एक संकल्प पूरा हुआ। संघर्ष को मंजिल मिली। अलीगढ़ की धरा से निकले अशोक सिंहल और कल्याण सिंह जैसे नायकों ने जिस लक्ष्य के लिए पताका उठाई, उसको मुकाम मिला। तृण-तृम में समाये राम की जन्मभूमि पर बुधवार को मंदिर का शिलान्यास हुआ, तो प्रभु श्रीराम की अयोध्यानगरी तो शोभा की खान ही हो गई थी। ध्वज और पताकाओं से पूरा शहर ऐसा सजा था कि उसका वर्णन मुश्किल है। अलीगढ़ में भी हर घर मंगल पताका लहराईं। फूल बरसे और मिठाइयां बंटीं। दीप जलाकर मंगल गीत गाए गए। अंधेरा हुआ तो दीपों की लडिय़ां अंधकार को हर रही थीं। आतिशबाजी से शहर गूंजा उठा। लगा कि दीपावली ही हो। यह दिन इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गया। दीपों के साथ मंगल गीत, शंखनाद, घंटे आदि की ध्वनि ने हर किसी को आनंदित कर दिया। सुप्रसिद्ध टीकाराम मंदिर नजारा ऐसा कि मानो प्रभु श्रीराम स्वयं पधारे हों। मंदिर की झांकी देखते ही बनती थी।
अचल सरोवर के मंदिर सजे
अचलताल स्थित विश्व ङ्क्षहदू परिषद कार्यालय दीप मालिकाओं से दमक रहा था। विहिप कार्यकर्ताओं ने जयश्रीराम का जयघोष किया। श्री गिलहराज मंदिर पर रंगीन लाइटों से अद्भुत नजर आ रहा था। अचल सरोवर के प्रत्येक मंदिर सजे हुए थे। बजरंग मार्केट में भी दीपक जलाए गए थे। जयगंज में पीपल वाली गली में 3100 दीपक जलाए गए थे। आतिशबाजी से पूरी गली गूंज उठी। चेतन आश्रम को दीपों की लडिय़ों से सजाया गया था।
जगमगाया राज पैलेस
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की कोठी राज पैलेस रोशनी से चमक उठा। कल्याण सिंह के पुत्र व एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया उनकी धर्म पत्नी प्रेमलता वर्मा ने पूरे राज पैलेस को दीपक से सजाया। कल्याण सिंह के नाती व सूबे के राज्यमंत्री संदीप सिंह ने भी परिवार के साथ दीपक जलाएं। खुशी में आतिशबाजी भी की।