Panchayat Chunav 2021: पंचायत चुनाव में निवर्तमान प्रधानों की प्रतिष्ठा लगी दांव पर Aligarh News
गांव देहात में सियासी संग्राम इन दिनों पूरे चरम पर है। अधिकतर निर्वतमान प्रधानों की प्रतिष्ठा भी इस बार दांव पर लग गई है। यह फिर से चुनावी मैदान में हैं। कुछ पंचायतों में तो इन प्रधानों का स्वागत हो रहा है।
अलीगढ़, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर गांव देहात में सियासी संग्राम इन दिनों पूरे चरम पर है। अधिकतर निर्वतमान प्रधानों की प्रतिष्ठा भी इस बार दांव पर लग गई है। यह फिर से चुनावी मैदान में हैं। कुछ पंचायतों में तो इन प्रधानों का स्वागत हो रहा है, लेकिन कुछ में लोग खुलेआम विरोध कर रहे हैं। अब कितने प्रधानों को दोबारा कुर्सी नसीब होगी, यह तो जनता ही तय करेगी। हालांकि, इतना जरूर है कि इनके मैदान में आने से सियासी सरगर्मी जरूर बढ़ गई है।
निर्वतमान प्रधान फिर से चुनावी मैदान में
जिले में कुल कुल 867 ग्राम पंचायत हैं। 2015 में पिछले पंचायत चुनाव हुए थे। अब फिर से चुनावी तैयारी शुरू हो गई, लेकिन कुछ प्रधानों की सीट का आरक्षण बदल गया है। ऐसे में इन पंचायतों में पहले से काबिज निर्वतमान प्रधान तो चुनाव की दौड़ से बाहर हो गए हैं, लेकिन जिन पंचायतों में आरक्षण नहीं बदला है, वहां से फिर से निर्वतमान प्रधान मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। पंचायत राज विभाग से जुड़े एक अधिकारी बताते हैं कि इस बार 60 फीसद से ज्यादा निर्वतमान प्रधान फिर से चुनावी मैदान में हैं। इनमें कुछ लोगों का तो जनता स्वागत कर रही है, लेकिन पिछले कार्यकाल में ही जनता की उम्मीदों पर खरा न उतरने वाले प्रधानों का विरोध हो रहा है।
फिर से मैदान में
जवां ब्लाक की रायपुर देहली ग्राम पंचायत से मनोज कुमार सिंह निर्वतमान प्रधान हैं। 2015 से 2021 तक इनका कार्यकाल रहा है। इस बार भी इनकी पंचायत अनारक्षित है। ऐसे में एक बार फिर प्रधानी की तैयारी में लगे हैं। पांच साल के विकास कार्यों के सहारे जनता से वोट मांग रहे हैं।
पुरुषों के साथ ही महिला प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में बढ़कर भाग ले रही हैं। धनीपुर ब्लाक की बुढासी ग्राम पंचायत से हुस्नबानो निर्वतमान प्रधान हैं। अब कार्यकाल खत्म होने पर एक बार फिर यह चुनावी मैदान में हैं। समर्थकों के साथ यह दिन रात वोट मांगने में लगी हैं। अब परिणाम क्या रहेगा, यह तो जनता तय करेगी।