अलीगढ़ में 3117 बूथों पर होगा विधानसभा चुनाव, ऐसे तैयार की रणनीति
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। जिले में इस बार कुल 3117 बूथों पर चुनाव होगी। मतदा केंद्रों में इन देखा जाए तो इनकी संख्या 1629 है। 1200 से अधिक मतदाता किसी भी बूथ पर नहीं रहेंगे।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। जिले में इस बार कुल 3117 बूथों पर चुनाव होगी। मतदा केंद्रों में इन देखा जाए तो इनकी संख्या 1629 है। 1200 से अधिक मतदाता किसी भी बूथ पर नहीं रहेंगे। कोरोना के चलते पिछले चुनावों में 1500 की संख्या को 1200 पर लाया गया है। जिले के इन सभी बूथों को भारत निर्वाचन आयोग से हरी झंडी मिल गई है। अब नवंबर में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान चलेगा। आयोग से इसको लेकर निर्देश मिल चुके हैं। इसके लिए डोर-टू डोर अभियान चलाया जाएगा। कुछ दिन मुख्य कैंप भी लगाए जाएंगे।
बूथ बढ़ाए
2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। संभावना लगाई जा रही है कि जनवरी में अायोग इसके लिए आचार संहिता लगा सकता है। ऐसे में इन चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। कोरोना को देखते हुए इस बार आयोग ने निर्देश दिए थे कि किसी भी बूथ पर 1200 से अधिक मतदाताओं को शामिल नहीं किया जाएगा। इसके चलते नए सिरे से मतदेय स्थल बनाए गए। पिछले साल जिले में बूथों की संख्या 3021 थी। अब यह बढ़कर 3117 हो गई है। मतदाताओं की संख्या इधर-उधर होने पर बूथ बढ़ाए गए हैं। सहायक निर्वाचन अधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि अब आयोग मतदात सूची पुनरीक्षण अभियान की तैयारी कर रहा है। नवंबर में यह अभियान चलेगा। वीडियो कांफ्रेसिंग से इसको लेकर समीक्षा हो चुकी है। जिले की सातों विधानसभाओं में एक साथ अभियान चलाया जाएगा। सात नवंबर से इसकी शुरुआत हो सकती है। इसमें बीएलओ नए मतदाताओं के वोट जोड़ेंगे। वहीं, जिले से बाहर जाने वाले व अन्य मृतकों के नाम काटे जाएंगे। इसके अलावा में इसमें संशोधन का भी कार्य होगा। उन्होंने बताया कि अब जिले में कुल 3117 बूथ हैं। इनमें खैर विधानसभा में 455, बरौली में 446, अतरौली में 478, छर्रा में 447, कोल में 425, अलगीढ़ में 391, शहर में 475 बूथ शामिल हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल इवीएम की एफएलसी का काम चल रहा है।