ताला तालीम की नगरी अलीगढ़ में बनेगी सेना की पिस्टल और राइफल Aligarh news

ताला और तालीम के लिए पहचाने जाने वाले अलीगढ़ में सेना की पिस्टल और राइफल भी बना करेंगीं। इसके लिए वेरीविन डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड अपनी फैक्ट्री डिफेंस कारिडोर में स्थापित करेगी जिसे गृह मंत्रालय ने लाइसेंस जारी कर दिया है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 02:35 PM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 02:44 PM (IST)
ताला तालीम की नगरी अलीगढ़ में बनेगी सेना की पिस्टल और राइफल Aligarh news
ताला और तालीम के लिए पहचाने जाने वाले अलीगढ़ में सेना की पिस्टल और राइफल भी बना करेंगीं।

मनोज जादौन, अलीगढ़। ताला और तालीम के लिए पहचाने जाने वाले अलीगढ़ में सेना की पिस्टल और राइफल भी बना करेंगीं। इसके लिए वेरीविन डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड अपनी फैक्ट्री डिफेंस कारिडोर में स्थापित करेगी, जिसे गृह मंत्रालय ने लाइसेंस जारी कर दिया है। कारिडोर के लिए यह पहला लाइसेंस हैं। अगले साल फैक्ट्री में इन हथियारों का निर्माण शुरू हो जाएगा।

अलीगढ़ पलवल मार्ग पर विकसित हो रहा कारिडोर

कारिडोर के लिए प्रदेश के छह जिलों में चयनित अलीगढ़ नोड के लिए अलीगढ़ पलवल मार्ग पर कारिडोर विकसित की जा रही है। 19 कंपनियों को 21 प्लाट आवंटित हो चुके हैं, जिन्हें कब्जे दिए जा चुके हैं। 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका शिलान्यास करेंगे। इसके बाद कारिडोर में निर्माण कार्य तेजी से शुरू होगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने दो साल में सभी निवेशकों को दो साल में फैक्ट्री स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। इस समयावधि से पहले ही वेरीविन डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड चार हेक्टेअर क्षेत्र में अपनी फैक्ट्री स्थापित करने की तैयारी में है। 85 करोड़ रुपये का यह कंपनी निवेश कर रही है।

गृह मंत्रालय ने स्‍वीकृत किया पहला लाइसेंस

वेरीविन डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक मोहित शर्मा ने बताया कि गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश डिफेंस कारिडोर का पहला लाइसेंस स्वीकृत किया है। यह लाइसेंस भारत के निजी रक्षा उद्योग में सबसे बड़े लाइसेंस में से एक है। कंपनी अगले महीने से अलीगढ़ में निर्माण प्रारंभ करेगी। अप्रैल 2022 तक कंपनी के पिस्टल और कारतूस बाजार में आने की संभावना है। वेरीविन डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड सिंगापुर ज्वाइंट वैंचर कंपनी है। इसका भारत एवं सिंगापुर के औद्योगिक समूह ग्लोबल एसेट्स एंड इन्वेस्टमेंट अलायन्स से है। इस कंपनी का कार्यालय अमेरिका में है। हथियार बनाने की तकनीक भी अमेरिका की होगी। कारिडोर में बनने वाली आधुनिक राइफल व कारबाइन की सप्लाई भारतीय आर्मी व पुलिस बल के लिए होगी। कंपनी के डायरेक्टर मोहित शर्मा, अनिरुद्ध सिंह चौहान व सुखमिंदर सिंह हैं।

निवेशक मोहित बुलंदशहर के हैं निवेशक

निवेश मोहित शर्मा कस्बा बुलंदशहर के लक्ष्मी नगर के मूल निवासी हैं। इनका लखनऊ में कारपोरेट आफिस है। इनकी कंपनी पिछले 40 साल से देशी-विदेशी सेना को हथियार सप्लाई करती है। वेरीविन डिफेंस ने अमेरिका एलएमटी डिफेंस से तकनीकी करार है। अमेरिका के नार्थ कैरोलिना में भी कारपोरेट आफिस है।

कंपनी ने झांसी कारिडोर में 127 करोड़ रुपये का किया है निवेश

वेरीविन डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड ने डिफेंस कारिडोर झांसी नोड में भी 127 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस कंपनी के लिए 37 एकड़ जमीन का आवंटन प्रस्तावित है। झांसी में रिवाल्वर, पिस्टल, राइफल, कार्बाइन व एके 47 वएं 203 के कारतूसों का निर्माण करेगी।

इनका कहना है

स्वदेशी रक्षा उपकरणों से भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कंपनी ने अलीगढ़ में निवेश किया है। कारिडोर में आवंटित किए गए प्लाट पर कब्जा दे दिया है। निर्माण काम तेजी से शुरू होगा। गृह मंत्रालय ने शस्त्र तैयार करने का लाइसेंस जारी कर दिया है। हम अप्रैल तक सेना व पुलिस बल के लिए पिस्टल व रायफल का निर्माण शुरू कर देंगे।

- मोहित शर्मा, निदेशक, वेरीवन डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड

chat bot
आपका साथी