Aligarh Poisonous Liquor Case : अलीगढ़ के अलावा एटा-फीरोजाबाद तक थी देसी शराब की सप्लाई
फरीदाबाद (हरियाणा) निवासी मदनगोपाल से पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक वर्ष 1995 में जब हरियाणा में शराब पर प्रतिबंध लगा हुआ था। तब मदन दिल्ली से स्कूटी पर शराब के पव्वे लेकर जाता था और वहां सप्लाई करता था।
अलीगढ़, जेएनएन। अंतरराज्यीय शराब सप्लायर और इस प्रकरण के बड़े खिलाड़ियों में से एक मदनगोपाल उर्फ कालिया सिर्फ अलीगढ़ ही नहीं, बल्कि बुलंदशहर, एटा, फीरोजाबाद समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों से शराब की सप्लाई देता था। मदन 26 साल से इस कारोबार में सक्रिय है। पूछताछ में मदन ने बताया है कि वह खुद की डिस्टलरी खोलने की तैयारी में था। इसके लिए लाइसेंस बनाने की कवायद कर रहा था। पुलिस मदन के सहयोगियों की तलाश में लग गई है।
दिल्ली से हरियाणा में सप्लाई
फरीदाबाद (हरियाणा) निवासी मदनगोपाल से पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक, वर्ष 1995 में जब हरियाणा में शराब पर प्रतिबंध लगा हुआ था। तब मदन दिल्ली से स्कूटी पर शराब के पव्वे लेकर जाता था और वहां सप्लाई करता था। यहीं से उसका लालच बढ़ता गया। फिर जब प्रतिबंध हट गया तो हरियाणा की ही शराब सप्लाई करने लगा। चूंकि हरियाणा की शराब सस्ती होती थी, तो पेटियों को लेकर यूपी में बेच देता था। धीरे-धीरे उसके संपर्क यूपी के अलग-अलग जिलों में होते गए। वर्ष 2005 के बाद मदन ने अलीगढ़ के आगरा रोड पर खुद के ठेके लिए। करीब 10 साल यहां रहा तो माफिया से संपर्क और मजबूत बन गए। इसी बीच मदन अनिल चौधरी, ऋषि शर्मा, शिवकुमार आदि को हरियाणा की शराब सप्लाई करता रहा। वर्ष 2017 में यहां से फरीदाबाद चला गया और हरियाणा की शराब की सप्लाई करने के साथ खुद की शराब बनाने लगा। करीब दो-ढाई साल पहले गुरुग्राम में फैक्ट्री बना ली और यहीं अवैध शराब बनाने लगा।
दिन में बनते प्लास्टिक के पव्वे, रात में शराब
गुरुग्राम की दो मंजिला फैक्ट्री के निचले तल पर दिन के समय में प्लास्टिक के पव्वे बनाए जाते थे, ताकि किसी को शक न हो। वहीं दिन में मशीनों की आवाज भी होती थी। ऐसे में रात में ऊपरी मंजिल में शराब सीलिंग, लेबलिंग और पैकिंग का काम किया जाता था। पुलिस ने फैक्ट्री को सील कर दिया है और सारा सामान जब्त करके अलीगढ़ लाया जा चुका है।
दोगुने में बेचता था एक पेटी
मदन कच्चा माल भी हरियाणा से ही लेता था। कई बार ऐसा होता था कि शराब का आर्डर ज्यादा मिलता था तो मदन माफिया को आधी शराब और आधा मैटीरियल सप्लाई दे देता था। फिर माफिया कच्चे माल से शराब बना लेते थे। वहीं मदन को एक पेटी 600-700 की पड़ती थी, जिसे 1200-1300 में सप्लाई करता था।
गैर राज्य में पहली कार्रवाई
अलीगढ़ पुलिस ने पहली बार किसी गैर राज्य में जाकर इतनी बड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी ने बाकायदा सीओ को नामित किया। यूपी पुलिस ने भी पहले कभी गैर राज्य में ऐसी कार्रवाई नहीं की। वहीं पुलिस अब मदनगोपाल के सहयोगियों की तलाश कर रही है। टीम गोपनीय तरीके से हरियाणा में डेरा डाले हुए हैं।
चार्जशीट की तैयारी में पुलिस
हरदुआगंज में घी की फैक्ट्री की आड़ में शराब बनाने वाले गौतम कुमार को भी पुलिस रिमांड पर लेगी। वहीं सभी आरोपितों की धरपकड़ के बाद पुलिस साक्ष्य संकलन में जुटी है। इसके लिए अलग-अलग एएसपी को जिम्मेदारी दी गई हैं। जल्द ही आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दायर की जाएंगी।
शराब प्रकरण में सभी मुख्य आरोपितों से पूछताछ हो चुकी है। गुरुग्राम समेत अब तक चार फैक्ट्री पकड़ी जा चुकी हैं। पूरे प्रकरण की एक-एक कड़ी जोड़कर साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं। अब जल्द ही आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट लगाई जाएंगी।
- कलानिधि नैथानी, एसएसपी