अलीगढ़ से जल्द कारोबार शुरू करेंगी राज्यपाल आनंदी बेन की बेटी अनार पटेल, ये है वजह
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और उनकी बेटी अनार पटेल को ताला फैक्ट्री तक खींच ले गया। खासियत जानकर तो वाह और गजब कहते हुए अनार पटेल ने अलीगढ़ से कारोबार से जुडऩे की योजना बता डाली। इसी के चलते वे अपनी मां के साथ यहां आई थीं।
अलीगढ़,मनोज जादौन। अलीगढ़ की दो ही चीज मशहूर हैैं। ताला और तालीम। शिक्षा में विदेशों तक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) ने अलग पहचान बनाई तो यहां के कारीगरों के हाथों से बना ताला हर किसी को आकर्षित करता है। यही आकर्षक राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और उनकी बेटी अनार पटेल को ताला फैक्ट्री तक खींच ले गया। खासियत जानकर तो वाह और गजब कहते हुए अनार पटेल ने अलीगढ़ से कारोबार से जुडऩे की योजना बता डाली। इसी के चलते वे अपनी मां के साथ यहां आई थीं। बुधवार को उन्होंने ताला-हार्डवेयर व हार्डवेयर की उत्पादन की चार यूनिटों का भ्रमण किया। साथ ही जल्द कारोबार शुरू करने की जानकारी भी दी।
अलीगढ़ में कारोबार की अपार संभावनाएं
रामघाट रोड स्थित इंद्रप्रस्थ स्थित मैप्रो इलेक्ट्रोनिक प्राइवेट लिमिटेड में वे करीब पौन घंटे रुकीं। यहां जागरण से बातचीत में उन्होंने अलीगढ़ से परिवार से जुड़ाव बताया। दरअसल, उनके पिता मोफित भान पटेल ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवॢसटी से एमए (मनोवैज्ञानिक) किया था। इसके चलते यहां के कारोबार ताला, हार्डवेयर, पीतल की मूॢत, स्टेच्यू, बिजली फिटिंग के उत्पादन, गार्डन लाइट व अन्य आर्टवेयर के किस्से अनार पटेल बचपन से सुनती रहीं। उन्होंने आर्टवेयर तैयार करने वाली अलीगढ़ निॢमत हैंड मेड मशीनों की तारीफ की। यहां की हस्तशिल्प कला को बेजोड़ बताया। कहा, अलीगढ़ क्राफ्ट का बड़ा हब है। चीन के उत्पादनों को तो हमने लगभग समाप्त ही कर दिया। अलीगढ़ में कारोबार की अपार संभावनाएं हैं।
उद्यमियों को दिए सुझाव
राज्यपाल की बेटी ने उद्यमियों को सुझाव भी दिए। कहा, हस्तशिल्पियों को बढ़ावा दें। आधुनिकता से जोड़ें। आत्मनिर्भर भारत की सार्थकता के लिए उन्होंने अलीगढ़ के आगमन आने का उदेश्य भी बताया है।
ग्रामश्री ट्रस्ट से जुड़ी हैं दो हजार महिलाएं
अनार पटेल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी काम कर रही हैैं। इसके लिए ग्रामश्री ट्रस्ट का संचालन कर रही हैैं, जिससे दो हजार महिलाएं जुड़ी हैं। यह ट्रस्ट हस्तशिल्पी तैयार करता है। कपड़ा से लेकर अन्य उपयोगी वस्तुओं को तैयार करने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। हर समूह में सौ महिलाएं हैैं। प्रत्येक समूह को प्रशिक्षण की जिम्मेदारी एक प्रशिक्षित बहू-बेटी को दी गई है। ऐसे समूहों को प्रोत्साहन के लिए वह प्रदेश के दौरे पर हैं। उनका सामाजिक नाता पुराना है। उनके पति साबरमती गांधी आश्रम के ट्रस्टी हैं। ससुराल में उनके ससुर टायलेट मैन के नाम से जाने जाते हैं। नामचीन इंस्टीट्यूट के 200 से अधिक छात्र-छात्राएं इंटरशिप करती हैं।
मूंगा-मोती को ओडीओपी में शामिल करने की करेंगी पैरोकारी
अनार पटेल ने योगी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) को सराहा है। ताला-हार्डवेयर जैसे पारंपरिक कारोबार को बढ़ावा देने के लिए ओडीओपी में शामिल करने की तारीफ भी की। कहा, हाथरस जिले के पुरदिलनगर के मूंगा-मोती कारोबार को भी ओडीअीपी में शामिल किया जाना चाहिए। इसके लिए वे पैरोकारी करेंगी।