Teacher Anamika Shukla: 25 जिलो में नौकरी करने वाली शिक्ष्िाका अनामिका की संविदा समाप्त Aligarh News
जिले के बिजौली ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय सहित प्रदेश के 25 जिलों में एकसाथ नियुक्ति से चर्चित हुई अनामिका नामक शिक्षिका के घर का पता भी फर्जी निकला है।
अलीगढ़ [जेएनएन]: जिले के बिजौली ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय सहित प्रदेश के 25 जिलों में एकसाथ नियुक्ति से चर्चित हुई अनामिका नामक शिक्षिका के घर का पता भी फर्जी निकला है। जांच में शिक्षा प्रमाण पत्र भी फर्जी पाए गए हैं। करीब ढाई माह से वह कहां है, किसी को नहीं पता। रिकॉर्ड में मैनपुरी का जो पता दर्ज था, वहां से चेतावनी पत्र वापस आने के बाद विभाग ने अनामिका की सेवा समाप्त कर दी है। साथ ही धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश भी दिए हैं। विद्यालय की वार्डन, अकाउंटेंट और बालिका शिक्षा जिला समन्वयक गजेंद्र ङ्क्षसह को भी नोटिस जारी किए गए हैं। इनसे प्रपत्रों को बीएसए दफ्तर न भेजने व खाता संबंधी गतिविधियों में सर्तकता न बरतने पर इनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।मुख्य बात यह है कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद अलीगढ़ मंडल की पुलिस सक्रिय हो गई थी। शनिवार को शिक्षिका अनामिका को अलीगढ़ मंडल के कासगंज से गिरफ़तार कर लिया गया है। अनामिका कासगंज में इस्तीफा देने आई थी।
2019 में हुई थी तैनाती
संविदा पर पूर्णकालिक विज्ञान की शिक्षिका के तौर पर अनामिका शुक्ला की नियुक्ति अक्टूबर 2019 में हुई थी। तभी से विद्यालय में ड्यूटी पर आई गई थी और विद्यालय परिसर स्थित मकान में ही रह रही थी। 22 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलता था। फरवरी तक उनको मानदेय दिया गया। मार्च की शुरुआत में होली का अवकाश होने पर शिक्षिका व छात्राओं का अवकाश हो गया। शिक्षिका स्कूल से चली गई, फिर लॉकडाउन के चलते लौटना नहीं हुआ। इसी बीच 15 से 18 मार्च तक लखनऊ से इस फर्जीवाड़े की भनक अफसरों को हुई।
मानदेय पर लगी रोक
इस पर शिक्षिका के मार्च से मानदेय पर रोक लगाकर जांच बैठाई गई। इन पांच माह के वेतन के रूप में एक लाख दस हजार रुपये सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया कानपुर देहात शाखा के खाते में गए। होली के अवकाश के बाद शिक्षिका विद्यालय नहीं आई है।
अन्य जिलों से मांगी रिपोर्ट
जिले के शिक्षा अधिकारियों ने अन्य जिलों को भी पत्र लिखकर जितनी अनामिका हैं, उनकी डिटेल मांगी है। जहां-जहां जो शैक्षिक प्रपत्र लगाए गए हैं, उनकी भी पड़ताल की जाएगी। इस प्रकरण की गुत्थी सुलझाने में कई जिलों के अफसर एक साथ जुटेंगे।
रजिस्ट्री से वापस आया नोटिस
अलीगढ़ के प्रपत्रों मेें दर्ज शिक्षिका का पता वेबर, मैनपुरी का है। सेवा समाप्ति की जरूरी औपचारिकता पूरी करते हुए इस पते पर अफसरों ने अंतिम चेतावनी का नोटिस भेजा तो वो वापस आ गया। अफसरों ने बताया कि उस पते पर कोई अनामिका नाम की महिला के रहने की पुष्टि नहीं हुई। इससे ये सोची समझी रणनीति लग रही है।
एक के प्रपत्र पर कई को नौकरी
बेसिक शिक्षा विभाग के जानकार ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि यहां प्रकरण एक ही अभ्यर्थी के प्रपत्रों पर कई को नौकरी दिलाने का है। एक अनामिका शुक्ला जिसकी मेरिट अच्छी बनी होगी, उसको संविदा पर तैनाती के लिए चुना गया। इसी के प्रपत्र प्रकरण के मास्टरमाइंड के हाथ लगे। इसके जरिए अन्य जिलों में अभ्यर्थियों को उनके खुद के नाम बदलकर अनामिका नाम से ही तैनाती दिलाई गई। इसके एवज में मोटी रकम भी वसूली गई होगी।
पुलिस जांचेगी कौन अनामिका?
शिक्षा विभाग के अफसरों ने एफआइआर के आदेश कर गेंद पुलिस विभाग के पाले में डाल दी है। अब पुलिस पता लगाएगी कि आखिर सही अनामिका कौन है? अभी ये जांच का विषय है कि आखिर सही अनामिका कौन व कहां है? इस प्रकरण के पीछे मास्टरमाइंड कौन है? इसका पता भी पुलिस ही लगाएगी।
एनजीओ से संचालित है स्कूल
जिले में एक कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय को एनजीओ के जरिए संचालित किया जाता है। बिजौली का ये स्कूल अशरफी ग्रामोद्योग सेवा समिति की ओर से संचालित किया जाता है। शासन से विद्यालय संचालन के लिए राशि मिलती है व एनजीओ पूरी व्यवस्था व स्टाफ की सैलरी आदि खाते में भिजवाने का काम करते हैं।
शिक्षिका की संविदा समाप्त
बीएसए डॉ लक्ष्मीकांत पांडेय का कहना है कि एफआइआर व रिकवरी के आदेश दिए हैं। वार्डन, एकाउंटेंट व बालिका शिक्षा डीसी से भी स्पष्टीकरण मांगा है। संतुष्टि न होने पर इनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। अन्य जिलों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।