डेंगू से एएमयू छात्रा की मौत, 21 नए मरीज मिले
डेंगू का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। नए केस जहां रोज सामने आ रहे हैं। एएमयू की एक छात्रा की मौत हो गई ह।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : डेंगू का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। नए केस जहां रोज सामने आ रहे हैं, वहीं मरीजों के लिए यह बीमारी घातक साबित हो रही है। छह दिन से बीमार चल रही काजीपाड़ा निवासी एएमयू की एक छात्रा की दिल्ली में उपचार के दौरान मौत हो गई। परिजन डेंगू से मौत बता रहे हैं। वहीं, गुरुवार को जिले में डेंगू के 21 नए मरीज मिले हैं। दो-तीन दिन पहले हर दिन यह संख्या 50 को पार कर रही थी। वहीं, अब जिले में डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 953 हो गई है। हालांकि, बुखार का प्रकोप अब भी जारी है। गुरुवार को सैकड़ों बुखार के मरीज निजी व सरकारी अस्पतालों में पहुंचे। बालिका की मौत पर परिवार में गम का माहौल है।
काजीपाड़ा निवासी नौशाद की 13 वर्षीय बेटी नबीहा नजमी 23 अक्टूबर को बीमार हुई थी। उसका जेएन मेडिकल कालेज और एक निजी अस्पताल में इलाज हुआ। नबीहा के दादा नौशाद अहमद ने बताया कि हालत में सुधार न होने पर बच्ची को दिल्ली ले गए। जहां उसने एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसकी प्लेटलेट्स काफी कम हो गईं थीं। खून भी आ रहा था। चिकित्सकों ने डेंगू से उसकी मौत बताई है। नबीहा एएमयू के अब्दुल्ला गर्ल्स स्कूल में कक्षा आठवीं की छात्रा थी।
वहीं, गुरुवार को डीएम सेल्वा कुमारी जे के निर्देश पर डेंगू नियंत्रण अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर व देहात क्षेत्र में अभियान चलाया गया। इसमें बरौली जवां, स्यारौल टप्पल, दतावली छर्रा व नगरीय क्षेत्र में नगला मेहताब, मुश्ताक नगर में कैंप लगाकर 253 लोगों को दवा दी गई। 135 बुखार के मरीज चिह्नित किए गए। 121 मलेरिया के टेस्ट व 168 घरों का सर्वे हुआ। इसमें कुल 135 बुखार के रोगी पाए गए। सीएमओ डा. आनंद उपाध्याय ने सुबह कार्यालय में 5 चिकित्सा टीमों, 8 मलेरिया टीमों व डीबीसी के साथ बैठक कर डेंगू नियंत्रण के लिए आवश्यक निर्देश दिए। इसके बाद अरबन मलेरिया यूनिट द्वारा गांधी पार्क, नगला कलार, देवी नगला, ज्ञान सरोवर, नगला मसानी, रसलगंज, मुश्ताक नगर आदि में अभियान चलाकर निरोधात्मक कार्रवाई की गई। इस दौरान कुल 2261 घरों का भ्रमण किया गया। इसमें 1563 कूलर, 2145 फ्रिज, 4276 गमले एवं 4653 अन्य पात्रों की जांच की गई। इसमें 34 पात्र धनात्मक पाए गए। इन्हें टीमों द्वारा अपनी उपस्थिति में खाली करा दिया गया। जागरूकता अभियान भी चलाया गया। सतर्क रहने की जरूरत सीएमओ डा. आनंद उपाध्याय ने बताया कि डेंगू या बुखार से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। बदलते मौसम को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। तबीयत खराब होने पर तुरंत जिला अस्पताल या किसी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से संपर्क करें। इलाज में देरी नहीं होनी चाहिए। अब डेंगू की स्थिति में दिनों दिन सुधार हो रहा है।