एंबुलेंस कर्मियों का धरना खत्म, कार्य बहिष्कार अभी जारी
नई कंपनी में समायोजन व वेतन वृद्धि की मांग को लेकर चल रहा धरना तो खत्म हो गया कार्य बहिष्कार जारी है।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़: नई कंपनी में समायोजन व वेतन वृद्धि की मांग को लेकर चल रहा धरना तो एंबुलेंस कर्मियों ने प्रशासन के दबाव में मंगलवार रात खत्म कर दिया, लेकिन कार्य बहिष्कार बुधवार को भी जारी रखा। 102 या 108 नंबर डायल करने पर गर्भवती या अन्य किसी मरीज को सुविधा नहीं दी गई। सरकारी अस्पतालों से सीधे काल आने पर ही गंभीर मरीजों को एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई। कर्मचारियों ने कहा कि मांगें पूरी न होने तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।
एक हफ्ते से आंदोलन
एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस सेवा के संचालन का टेंडर विभाग ने दूसरी कंपनी को दे दिया है। आरोप है कि यह कंपनी पुराने कर्मचारियों को निकालकर नई भर्ती कर रही है। समायोजन के लिए मोटी रकम मांगी जा रही है। वेतन भी कम दिया जा रहा है। कर्मचारियों ने इसे उत्पीड़न बताते हुए सप्ताहभर पहले आंदोलन शुरू किया, जबकि सोमवार से चक्का जाम कर दिया। इसमें 102 व 108 के पायलट व ईएमटी भी शामिल हो गए। सभी एंबुलेंस रामघाट रोड स्थित संत फिदेलिस स्कूल के पास मैदान में खड़ी कर दी गईं। इससे गर्भवती महिलाओं और गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में लोगों को काफी परेशानी हुई खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में।
सियासत हुई तो प्रशासन ने दिखाई सख्ती
एंबुलेंस कर्मियों के आंदोलन पर मंगलवार को सियासत शुरू हो गई। बसपा के पूर्व जिला अध्यक्ष व नगर पंचायत हरदुआगंज के चेयरमैन तिलक राज यादव दर्जनों बसपाइयों के साथ धरना स्थल पर पहुंच गए। भोजन व पानी की व्यवस्था कराई। धरने पर भी बैठे। प्रशासन को जैसे ही भनक लगी, तुरंत एसीएम द्वितीय व पुलिस को धरना खत्म कराने भेज दिया। पहले मान-मनौव्वल की, कर्मचारी नहीं माने तो सख्ती बरतकर देररात धरना खत्म करा दिया। मगर, लखनऊ से आई काल बुधवार को भी अटेंड नहीं की। लोगों ने 102 व 108 नंबर पर काल मिलाई, सभी को हड़ताल की जानकारी दी गई। इससे मरीजों ने तीसरे दिन भी परेशानी झेली।