कोरोना काल में दिन-रात जुटे एंबुलेंस कर्मी, 5500 से अधिक मरीजों को कोरोना अस्पताल पहुंचाया Aligarh News

चिकित्सक कोरोना योद्धा बनकर उभरे हैं वहीं 108 102 एंबुलेंस सेवा और एडवांस लाइफ सपोर्ट सेवा एंबुलेंस के कर्मचारी किसी से पीछे नहीं हैं। एंबुलेंस चालक रात हो या दिन सूचना मिलने पर तत्काल कोरोना के मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने में जुटे हैं।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 02:45 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 02:45 PM (IST)
कोरोना काल में दिन-रात जुटे एंबुलेंस कर्मी, 5500 से अधिक मरीजों को कोरोना अस्पताल पहुंचाया Aligarh News
कोरोना के मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने में जुटे हैं।

अलीगढ़, जेएनएन।  कोरोना काल में जहां चिकित्सक कोरोना योद्धा बनकर उभरे हैं, वहीं 108, 102 एंबुलेंस सेवा और एडवांस लाइफ सपोर्ट सेवा एंबुलेंस के कर्मचारी किसी से पीछे नहीं हैं। एंबुलेंस चालक रात हो या दिन, सूचना मिलने पर तत्काल कोरोना के मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने में जुटे हैं। दीनदयाल अस्पताल व मेडिकल काॅलेज समेत तमाम कोविड केयर सेंटरों में भर्ती पांच हजार से अधिक मरीजों को सेवाएं दे चुके हैं। मृतक को श्मशान गृह व कब्रिस्तान तक पहुंचाया। खुद भी चपेट में आ गए।

5500 मरीजोंं को पहुंचाया अस्‍पताल  

 एंबुलेंस सेवा के जिला प्रोग्राम मैनेजर गिरीश पुरोहित ने बताया कि जिले में अब तक 10 हजार से अधिक कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं। इन्हें होम आइसोलेशन के अलावा सरकारी व निजी कोविड सेंटरों में भर्ती कर इलाज किया गया। जिला अलीगढ़ में कोरोना कॉल में कोविड-19 केयर सेंटर बनाए गए मेडिकल काॅलेज, पंडित दीनदयाल जिला संयुक्तत चिकित्सालय,  होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज छेरत, अतरौली,  हरदुआगंज, जीवन ज्योति में  करीब 5500 मरीजों को भर्ती कराने के लिए इमरजेंसी सेवाएं एंबुलेंस कर्मियों ने दीं।  शुरुआती दौर में काफी लोगों को क्वारंटाइन सेंटरों में भी पहुंचाया गया।  इस तरह  मरीजो को ले जाने के लिए 108 की 33 एंबुलेंस व तीन एडवांस लाइफ सपोर्ट लगातार अपनी सेवायएं दे रही हैं। सूचना मिलते ही बिना देर किए एंबुलेंस मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए गली-मोहल्लों व गांव में पहुंच जाती हैं। जिले में 108 की 33 व 102 की 43 एंबुलेंस व तीन एडवांस लाइफ  सपोर्ट एंबुलेंस हैं। जो लगातार लोगों के लिए वरदान साबित हो रही हैं। सभी एंबुलेंस हर बीमारी से प्राथमिक तौर पर निपटने के लिए मेडिसिन से लेकर ऑक्सीजन देने में सुसज्जित रहती हैं। सभी एंबुलेंस को समय-समय पर सैनिटाइज भी किया जाता है व हर कोविड के केस में जाते समय एंबुलेंस को पीपीई किट भी मुहैया कराई जाती है। इस सेवा में लगभग 76 कर्मचारी जुटे हैं।

कर्मचारियों को हो रही जांच

कर्मचारियों की सुरक्षा का ध्यान: सीएमअो बीपीएस कल्याणी ने बताया एंबुलेंस सेवा के कार्यरत कर्मचारियों का ध्यान रखा जा रहा है। समय-समय पर उनकी जांच कराई जाती है। वहीं, एंबुलेंस पर तैनात चालक व मेडिकल तकनीशियन को कई समाज सेवी संस्थानों ने इस उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित भी किया गया है। कोरोना काल में एंबुलेंस कर्मियों के अदम्य साहस से जिले में बड़ी संख्या में लोगों को समय पर उपचार मिला है। ऐसे योद्धाअों की वजह से ही हम कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं।  

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