आंबेडकर शोभायात्रा कमेटी की पूजा अध्यक्ष, विरोध में उतरा दूसरा गुट, जानिए क्या है मामला Aligarh news
पूजा गौतम की नियुक्ति के विरोध में माइकल ने रविवार को आबंडकर पार्क में बैठक बुलाई। जहां समाज लोगों ने भाग लिया। राधेश्याम बाबू ने अध्यक्षता की। माइकल ने कहा कि बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह ऊसवा इस गौतम की नियुक्ति को कठघरे में खड़ा किया है।
अलीगढ़, जेएनएन : डा. बीआर आंबेडकर जन्मोत्सव समारोह समिति की 27 फरवरी को घंटाघर स्थित आंबेडकर पार्क में बैठक हुई, जिसमें संरक्षक मंडल ने पूजा गौतम को सर्व सम्मति से अध्यक्ष चुना गया। 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में मेला व शोभायात्रा की तैयारियों के बीच दूसरे पक्ष ने गौतम की नियुक्त को लेकर सवालिया निशान लगा दिया है। बहुजन जागरुक महासभा के संस्थापक सचिव सचिन माइकल डेन ने गौतम की नियुक्ति को गलत बताया है। इस संगठन की अगुवाई में एक सियासीदल के पूर्व जिलाध्यक्ष सात मार्च को इस पार्क में बैठक करने जा रहे हैं। पूजा गौतम ने कहा कि उनको समिति के संविधान के तहत चुना गया है। कमेटी को दो मार्च को प्रैसवार्ता के दौरान विधिवत घोषणा होगी।
पहले सहमति बाद में विरोध
पूजा गौतम के नाम पर सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुनने के लिए कमलेश बौद्ध, मुन्ना राही, ललित सिंह, बाबूलाल चौपड़ा, ललितकांत, राजेश खन्ना, महेश सागर, सुशील बौद्ध ने मोहर लगाई। इसके बाद पूजा गौतम की नियुक्ति के विरोध में माइकल ने रविवार को आबंडकर पार्क में बैठक बुलाई। जहां समाज लोगों ने भाग लिया। राधेश्याम बाबू ने अध्यक्षता की। माइकल ने कहा कि बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह ऊसवा इस गौतम की नियुक्ति को कठघरे में खड़ा किया है। एक ही परिवार के लोगों ने बैठक कर गौतम की नियुक्त किया है। गौतम पिछले साल भी मेला की अध्यक्ष रही हैं। समिति के संविधान में लगातार दो बार कोई अध्यक्ष नहीं बन सकता। वहीं समिति के संस्थापक प्रताप सिंह ने इस प्रकरण में किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया से इन्कार किया है। वहीं गौतम ने कहा कि किसी भ्रम के चलते चंद लोग विरोध कर रहे हैं। आयोजन सफल होगा। कुछ लोगों का काम विरोध करने का ही होता है।
बसपा बनाम सपा
पूजा गौतम सपा एसएसी प्रकोष्ठ की प्रदेश सचिव हैं। इनके निकटतम सजातीय समर्थकों ने पूजा गौतम को समिति का अध्यक्ष बनाने की रूप रेखा तैयार की। पूछली बार भी पूजा गौतम को यह दायित्व मिला हुआ था। उस दौरान भी दूसरे गुट ने पूजा की चुने जाने का विरोध किया था। यहां तक की मेला निकालने की अनुमति में भी अड़ंगा लगा था। माइकल के साथ जो एक पुराने दिग्गजों का गुट है, वह बसपा से जुड़ा हुआ है। इस लिए पूजा की नियुक्ति को लेकर ठनी हुई है। बसपा बनाम सपा का यह द्वंद चलने की उम्मीद है। माइकल ने जिस तरह से दुबारा बैठक में मेला कमेटी का चुने जाने का एलान किया है, उससे आपसी रार बढ़ने की उम्मीद है। पूजा गौतम के समर्थन में भी बड़ा तबका साथ खड़ा हुआ है। यह मामला प्रशासनिक अफसरों तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।