लिम्का बुक में दर्ज हुआ अलीगढ़ का नाम, 1200 बीएलओ को एक साथ प्रशिक्षण देकर बनाया रिकार्ड

मतदाता जागरूकता में अब अलीगढ़ जिले का नाम लिम्का बुक आफ रिकाड्र्स में दर्ज हो गया है। शुक्रवार को नुमाइश मैदान स्थित कृष्णांजलि में एक साथ 1200 बीएलओ को एक घंटे तक प्रशिक्षण के माध्यम से मतदाता जागरूकता का पाठ पढ़ाया गया।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 07:12 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 07:15 AM (IST)
लिम्का बुक में दर्ज हुआ अलीगढ़ का नाम, 1200 बीएलओ को एक साथ प्रशिक्षण देकर बनाया रिकार्ड
डीएम ने कहा कि बीएलओ द्वारा एक महीने में 60 हजार मतदाताओं के नाम जोडऩा सराहनीय कार्य है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता ।  मतदाता जागरूकता में अब अलीगढ़ जिले का नाम लिम्का बुक आफ रिकाड्र्स में दर्ज हो गया है। शुक्रवार को नुमाइश मैदान स्थित कृष्णांजलि में एक साथ 1,200 बीएलओ को एक घंटे तक प्रशिक्षण के माध्यम से मतदाता जागरूकता का पाठ पढ़ाया गया। इतनी बड़ी संख्या में प्रशिक्षण का यह सबसे बड़ा रिकाड्र्स है। इससे पहले गुजरात खेड़ा जिले के नडियाद के नाम यह रिकार्ड दर्ज था। यहां के धर्म सिंह देसाई विश्वविद्यालय में एक साथ 349 लोगों को एक जगह बैठा करके एक ही दिन में प्रशिक्षित किया गया था। 

1200 बीएलओ को एक साथ मिला प्रशिक्षण

लिम्का बुक आफ रिकाड्र्स के लिए शुक्रवार को कृष्णांजलि सभागार में कोल, शहर, बरौली, छर्रा व इगलास विधानसभा के 1,200 बीएलओ को एक साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शुरूआत डीएम सेल्वा कुमारी जे, सीडीओ अंकित खण्डेलवाल एवं एडीएम सिटी राकेश पटेल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में रतन प्रेम डीएवी बालिका इंटर कालेज की छात्राओं द्वारा सरस्वती बंदना एवं कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गान की प्रस्तुत दी। डीएम ने कहा कि बीएलओ द्वारा एक महीने में 60 हजार मतदाताओं के नाम जोडऩा सराहनीय कार्य है।

युवाओं को वोटर आइडी बनवाने के लिए किया जाय उत्‍साहित

उन्होंने बताया कि जिले में विभिन्न आयु वर्ग के 26 लाख से अधिक मतदाता हैं। इसमें 18 से 19 आयु वर्ग का योगदान महज 0.19 प्रतिशत है। ऐसे में इस आयु वर्ग में तेजी से बढ़ोतरी की जाए। युवाओं को वोटर आइडी कार्ड बनवाने के लिए उत्साहित किया जाए। मतदान के लिए प्रेरित किया जाए। प्रशिक्षण कार्यक्रम को बारीकी से समझा जाए। बीएलओ ही मतदाताओं के सबसे नजदीक होता है। ऐसे में बीएलओ अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए काम करें। डीपीआरओ ने प्रशिक्षक के रूप में सभी बीएलओ को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बड़े ही सरल तरीके से मतदान का परिचय एवं इतिहास के बारे में बताया। फार्म नंबर छह, सात व आठ के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण में अब कुछ ही दिन शेष हैं और विशेष अभियान 27 नवम्बर के दिन दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं को चिह्नित करते हुए उनके नाम मतदाता सूची में दर्ज कराए जाने हैं।

ईवीएम पूरी तरह से भारत में निर्मित

राजकीय आइटीआइ के ट्रेनर शाहबुद्दीन ने ईवीएम के बारे में भ्रांतियों को दूर करते हुए बताया कि ईवीएम पूरी तरह से भारत में निर्मित हैं। भारत में केवल दो कंपनियों द्वारा ही ईवीएम तैयार की जाती हैं। उन्होंने बताया कि निर्वाचन की पारदर्शिता एवं मतदाताओं की संतुष्टि के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अब ईवीएम के साथ ही वीवीपैट का भी प्रयोग किया जा रहा है। ईवीएम और वीवीपैट में किसी भी प्रकार की हैङ्क्षकग संभव नहीं है। इस मौके पर जिला विद्यालय निरीक्षक डा. धर्मेन्द्र शर्मा, लिम्का बुक आफ रिकाड्र्स थर्ड पार्टी आडीटर प्रियूषा श्रीवास्तव मौजूद रहे।

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