अलीगढ़ के ताला-हार्डवेयर कारोबार को ओडीओपी के बढ़ेे बजट से मिलेगी ताकत Aligarh news
योगी सरकार 22 फरवरी को बजट पेश करने जा रही है। प्रदेश सरकार से ताला-हार्डवेयर के प्रोत्साहन के लिए वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) का बजट बढ़ाने की उम्मीद है। इससे कोरोना संकट से पस्त उद्यमियों की अर्थ व्यवस्था को ताकत मिलेगी।
अलीगढ़, जेएनएन : योगी सरकार 22 फरवरी को बजट पेश करने जा रही है। प्रदेश सरकार से ताला-हार्डवेयर के प्रोत्साहन के लिए वन डिस्ट्रिक, वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) का बजट बढ़ाने की उम्मीद है। इससे कोरोना संकट से पस्त उद्यमियों की अर्थ व्यवस्था को ताकत मिलेगी। मुख्य मंत्री स्वरोजगार योजना का बजट बढऩे से युवा उद्यमियों को काम करने का मौका मिलेगा।
अलीगढ़ में ताला-हार्डवेयर की पांच हजार फैक्ट्रियां
ताला-हार्डवेयर की पांच हजार फैक्ट्रियां हैं। यहां के पारंपरिक इस प्रोडक्ट को 200 निर्यातक 2500 करोड़ का निर्यात भी करते हैं। प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रुप से दो लाख लोगों की रोजी रोटी जुड़ी हुई। कोरोना संकट से पस्त कारोबारियों ने ताला-हार्डवेयर फैक्ट्रियों को उभारने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले के पारंपरिक कारोबार को प्रोत्साहन करने के लिए ओडीओपी स्कीम में शामिल किया था। इस वित्तीय वर्ष में ओडीओपी उद्यमियों के लिए तारण हार साबित हुई।
बकाया सब्सिडी की फाइलें लंबित
उपायुक्त्त जिला उद्योग एवं प्रोत्साहन श्रीनाथ पासवान ने बताया है कि इस साल तीन करोड़ 25 लाख का सब्सिडी दी है। इसमें से अबतक दो करोड़ 51 लाख रुपया की सब्सिडी 34 उद्यमियों को दी जा चुकी है। वकाया सब्सिडी की फाइलें लंबित हैं। इसी तरह मुख्य मंत्री स्वरोजगार योजना के तहत एक करोड़ 72 लाख रुपया की सब्सिडी योगी सरकार ने जारी की है। इसमें 62 युवाओं को रोजगार दिया गया है। यह दोनों योजनाओं के लिए उत्पादन यूनिट तक 25 लाख रुपया व सर्विस सेक्टर के लिए 10 लाख रुपया तक सब्सिडी पर लोन दिया जाता है। सब्सिडी 10 से 25 फीसद तक मिलती है।
इनका कहना है
योगी सरकार ताला-हार्डवेयर कारोबार को विकसित करने के लिए प्रयास कर रही है। ताला-हार्डवेयर की फैक्ट्रियों को आधुनिक मशीनों से लैस करने के लिए योजना को लांच करे।
- उमंग मोगा, चेयरमैन, ग्रुप आफ हरीसन
एमएसएमई सेक्टर के लिए सरकार नए औद्योगिक क्षेत्रों को विकसित करे। साथ ही युवा वर्ग को प्रोत्साहन करने के लिए ओडीओपी का बजट बढ़ाए। ताकि युवा वर्ग का दूसरे शहरों में पलायन से रोका जा सके।
- मुकेश जैन, उद्योगपति
कच्चे माल की कीमतों में भारी वृद्धि का दौर चल रहा है। मेटल के दाम आसमां पर पहुंचने के चलते उत्पादन औंधे मूंह गिरा है। कच्चे माल को तैयार करने वाली कंपनियों की मनमानी रोकने के लिए आयोग का गठन किया जाए।
- राजेंद्र कोल, कच्चे माल कारोबारी
आयरन की स्क्रैप के दामों में वृद्धि का दौर जारी है। ओडीओपी के तहत नई यूनिट या तैयार प्रोडक्ट की खरीदने के लिए सब्सिडी पर लोन लेने का प्रावधान है। कच्चे माल के लिए भी अतिरिक्त बजट की व्यवस्था की जाए।
- विष्णु भैया, स्क्रेप कारोबारी