लखनऊ से लौटी अलीगढ़ की टीम, सोना व महिला तस्‍करी में शामिल रोहिंग्या का नेटवर्क खंगालने में जुटी Aligarh news

सोना व महिला तस्करी में शामिल रोहिंग्या के पकड़े जाने के बाद एक तरफ खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है तो दूसरी तरफ एटीएस भी अपने स्तर से इनकी जानकारी जुटा रही है। प्राथमिक पूछताछ के बाद अलीगढ़ की एटीएस टीम शनिवार को लखनऊ से लौट आई।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 05:56 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 07:11 AM (IST)
लखनऊ से लौटी अलीगढ़ की टीम, सोना व महिला तस्‍करी में शामिल रोहिंग्या का नेटवर्क खंगालने में जुटी  Aligarh news
रोहिंग्‍याओं के नेटवर्क तलाशने लखनऊ गई अलीगढ़ की टीम वापस लौटी।

अलीगढ़, जेएनएन।  सोना व महिला तस्करी में शामिल रोहिंग्या के पकड़े जाने के बाद एक तरफ खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है तो दूसरी तरफ एटीएस भी अपने स्तर से इनकी जानकारी जुटा रही है। प्राथमिक पूछताछ के बाद अलीगढ़ की एटीएस टीम शनिवार को लखनऊ से लौट आई। अब यहां रोहिंग्या का स्थानीय नेटवर्क तलाशा जा रहा है। ये भी देखा जा रहा है कि अलीगढ़ के अलावा रोहिंग्या किनके संपर्क में रहे थे।

म्‍यामार के रहने वाले रोहिंग्‍या

एटीएस ने मूलरूप से म्यामार के निवासी मो. रफीक और मो. आमीन को गुरुवार को मकदूमनगर से गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से यूएनएचआरसी के कार्ड, एक मोबाइल फोन, पीली धातु के छह बिस्किट व 770 रुपये बरामद हुए हैं। दोनों से पूछताछ करने के लिए गुरुवार को ही अलीगढ़ एटीएस की टीम लखनऊ गई थी। हालांकि टीम को कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली हैं, जिसके बाद शनिवार को टीम वापस आ गई। सूत्रों के मुताबिक, टीम यह पता लगाने में जुटी है कि रोहिंग्या किसके सहयोग से यहां आसानी से रह रहे थे। सूत्रों के मुताबिक, दोनों भाई अलग-अलग रहते थे। इनमें रफीक ज्यादा तेजतर्रार था। लाकडाउन में काम छूट जाने पर रफीक नौ अन्य रोहिंग्या को लेकर पंजाब में काम करने के लिए चला गया था। तभी से खुफिया विभाग ने भी इन पर निगरानी बढ़ा दी थी। रफीक पंजाब में मेरठ के एक ठेकेदार के सहयोग से गया था। एटीएस की टीम रफीक के संपर्क में रहे मेरठ व अन्य जिलों के लोगों की भी तलाश कर रही है। इधर, मकदूम नगर में रह रहे रोहिंग्या के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

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