नरक बन गया है अलीगढ़ का नगला मसानी इलाका

नगला मसानी के लोग नरक भरी जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं। सीवर लाइन डालने के लिए खोदाई की गई थी। जिससे सड़क पर कीचड़ हो गया है। निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा है। कड़ाके की ठंड में लोग कीचड़ में फिसल कर गिर रहे हैं।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 05:55 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 05:55 PM (IST)
नरक बन गया है अलीगढ़ का नगला मसानी इलाका
नगला मसानी के लोग नरक भरी जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं।

अलीगढ़, जेएनएन।  नगला मसानी के लोग नरक भरी जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं। सीवर लाइन डालने के लिए खोदाई की गई थी। जिससे सड़क पर कीचड़ हो गया है। निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा है। कड़ाके की ठंड में लोग कीचड़ में फिसल कर गिर रहे हैं। तमाम लोग चोटिल हो चुके हैं, मगर सड़क ठीक नहीं की गई। रात में तो इस रास्ते से निकलने में लोगों को डर लगता है। 

यह है समस्‍या

नगला मसानी स्थित प्रेम नगर में मनोज स्टील के सामने जल निगम सीवर की लाइन डाल रहा है। 20 दिन पहले लाइन डालने के लिए खोदाई की गई थी। इससे नालियां चोक हो गईं। मलबा भी नालियों में भर दिया गया है। इससे नाली का पानी ओवर फ्लो होकर सड़क पर आ रहा है। मिट्टी के चलते कीचड़ हो गई है। लोग निकल नहीं पा रहे हैं। तमाम वाहन चालक फिसल कर गिर रहे हैं। रात में यदि कोई नया राहगीर इधर से निकल जाए तो उसका चोटिल होने की पूरी संभावना बनी रहती है। यहां के लोगाें ने तमाम बार जल निगम के अधिकारियों से शिकायत की मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। 

पब्लिक पीड़ा 

महेंद्र नगर में बड़ी घटना हो चुकी है। एक डाक्टर की जान चली गई। इसके बाद भी जल निगम के अधिकारी चेत नहीं रहे हैं। बड़ी घटना होने पर सिर्फ कुछ दिन हो-हंगामा होता है, उसके बाद फिर मनमानी तरीके से कार्य शुरू हो जाता है। 

राम सारस्वत 

कीचड़ के चलते प्रतिदिन लोग फिसलकर गिर रहे हैं। स्कूटी और बाइक निकालना मुश्किल हो गया है। खोदाई के समय यदि थोड़ी सहूलियत दी जाए तो इतनी स्थिति खराब ना हो, मगर जल निगम के अधिकारी तनिक भी नहीं चेतते हैं। 

नीरज कुमार

chat bot
आपका साथी