मोस्ट वांटेड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में अलीगढ़ पुलिस ने लगाए पोस्टर

कानपुर के मोस्ट वांटेड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में अलीगढ़ पुलिस जुट गई है। पुलिस जिला एवं शहर की सीमाओं पर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के पोस्टर लगा दिए हैं।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 01:35 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 01:18 AM (IST)
मोस्ट वांटेड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में अलीगढ़ पुलिस ने लगाए पोस्टर
मोस्ट वांटेड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में अलीगढ़ पुलिस ने लगाए पोस्टर

अलीगढ़ [जेएनएन]:  कानपुर के मोस्ट वांटेड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में अलीगढ़ पुलिस जुट गई है। पुलिस जिला एवं शहर की सीमाओं पर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के पोस्टर लगा दिए हैं। इसी क्रम में आगरा रोड पर मौजूद एनएच के टोल प्‍लाजा पर पोस्‍टर लगाए गए हैं। जिले की खुफिया एजेंसी को सक्रिय कर दिया गया है

सूचना देने वाले की पहचान रहेगी गुप्त  

कानपुर में पुलिस मुठभेड़ से फरार मोस्ट वांटेड अपराधी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में अलीगढ़ पुलिस भी सक्रिय हो गई है। जिले के सभी थानों के साथ टोल नाकों पर विकास दुबे के पोस्टर लगा दिए गए हैं। प्रमुख चौराहों, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर भी पोस्टर चस्पा कराए जा रहे हैं। हरियाणा बॉर्डर की सीमा पर पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है। कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपित विकास दुबे पर 2.5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि शासन के निर्देशों पर मोस्ट वांटेड विकास दुबे की तलाश तेज कर दी है। जिले के सभी थाना प्रभारियों को खास नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। मडराक व गभाना टोल प्लाजा पर सोमवार रात में ही पोस्टर लगा दिए गए हैं। मंगलवार को रेलवे स्टेशन, बस अड्डे व सार्वजनिक जगहों पर पोस्टर लगाए जा रहे थे। पोस्टर पर संबंधित थानेदारों के मोबाइल नंबर और पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर दिया गया है। एसएसपी ने कहा कि विकास के बारे में सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। 

सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हुुई थी मौत 

हिस्‍ट्रीशीटर विकास दुबे की पैंठ हर राजनीतिक दल में रही है। इसी वजह से उसे आज तक पकड़ा नहीं गया।शातिर अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गईं। इस घटना में आठ   पुलिस  कर्मियों की की मौत हो गई  थी। बिल्हौर देवेंद्र मिश्र, एसओ शिवराजपुर महेश यादव समेत एक सब इंस्पेक्टर और 5 सिपाही मुठभेड़ में शहीद हुए। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। अब तक पुलिस हुए हमलों में यह सबसे बड़ी घटना बताई जा रही है। विकास दुबे का आपराधिक इतिहास ही नहीं रहा बल्कि उनके खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज हैं। 

chat bot
आपका साथी