Aligarh Panchayat Election 2021: घूंघट की ओट से आधी आबादी ने लगाई वोट पर चोट
पंचायत चुनाव में पुरुषों के साथ महिलाओं में भी उत्साह देखने को मिला। सुबह ही मतदान केंद्रों पर भीड़ लग गई। पुरुषों की संख्या सुबह ज्यादा थी। दोपहर में महिलाएं चौका-चूल्हे का काम खत्म कर वोट डालने पहुंचीं। कई बूथों पर तो पुरुषों से ज्यादा महिलाएं थीं।
अलीगढ़, जेएनएन। पंचायत चुनाव में पुरुषों के साथ महिलाओं में भी उत्साह देखने को मिला। सुबह ही मतदान केंद्रों पर भीड़ लग गई। पुरुषों की संख्या सुबह ज्यादा थी। दोपहर में महिलाएं चौका-चूल्हे का काम खत्म कर वोट डालने पहुंचीं। कई बूथों पर तो पुरुषों से ज्यादा महिलाएं थीं। अधिकतर महिलाएं समूह बनाकर वोट डालने पहुंचीं। कड़ी धूप के बावजूद गांव की सरकार चुनने के लिए घंटों लाइन में खड़ी रहीं। जिले में कुल 18 लाख मतदाता हैं। इनमें आठ लाख से अधिक महिला मतदाता हैं।
पहले वोट डालने की होड़
सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। शुरुआत के दो घंटे पुरुष मतदाताओं के नाम रहे। युवा मतदाताओं में पहले वोट डालने की होड़ मची थी। केंद्रों पर पुरुष मतदाता ही नजर आ रहे थे। जैसे ही दिन चढ़ता गया, महिलाओं की संख्या बढ़ती गई। 11 से 12 बजे के बीच महिलाओं की संख्या बढऩे लगी। घर के काम निपटाकर महिलाएं वोट डालने पहुंचीं। दोपहर एक बजे तक अधिकतर बूथों पर महिलाओं की लंबी-लंबी लाइनें थीं। दर्जनों महिलाएं बूथ पर खड़े होकर बारी का इंतजार करती रहीं। शाहगढ़ का माडर्न प्राइमरी स्कूल हो या फिर भोजपुर का प्राथमिक विद्यालय, सभी जगह महिलाओं की भीड़ थी। कई बूथ ऐसे थे, जहां पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की संख्या अधिक थी। कुछ महिलाएं टोलियां बनाकर वोट डालने पहुंचीं। इन महिलाओं को कहना था कि आपस में तय करके घर से निकली हैं कि किसे वोट देना है। सभी ने पढ़े-लिखे व विकास कराने वाले प्रत्याशी के नाम पर सहमति जताई। कई महिलाएं छोटे बच्चों को गोद में लेकर वोट डालने पहुंचीं।
महिलाएं पुरुषों के मुकाबले किसी बात में पीछे नहीं हैं। वोट डालने में पीछे क्यों रहें? पहले घर का काम निपटाया, फिर वोट दिया। विकास कराने वाले प्रत्याशी को चुना है।
सुमित्रा देवी, भिलावली
विकास महिलाओं की प्राथमिकता रहा है। ऐसे प्रत्याशी का चयन किया है, जो गांव का विकास कराए। ऐसे प्रत्याशी के चुनने से क्या फायदा, जो जीतने के बाद तक नजर ही नहीं आएं।
प्रतिभा शर्मा, भिलावली
सरकार ने तमाम योजनाएं चला रखी हैं। गांव की महिलाओं को भी आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे प्रत्याशी का वोट दिया है, जो महिलाओं को उनके हक दिलाएगा।
प्रवेश, अलहदादपुर
महिलाओं को पुरुषों के बराबर हक हैं। परिवार की सभी महिलाओं के साथ वोट डाले। प्रधान, बीडीसी व जिला पंचायत सदस्य के लिए विकास कराने वाले प्रत्याशी को चुना है।
पप्पी, अलहदादपुर