एएमयू के जेएन मेडिकल में गहराया आक्सीजन संकट, सिलिडर मिलने पर राहत

कोरोना के बढ़ते मरीजों के बीच सबसे अधिक मांग आक्सीजन गैस की है। इसलिए प्रशासन भी सबसे अधिक जोर आक्सीजन की आपूर्ति सुचारू बनाए रखने पर दे रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 07:00 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 07:00 PM (IST)
एएमयू के जेएन मेडिकल में गहराया आक्सीजन 
संकट, सिलिडर मिलने पर राहत
एएमयू के जेएन मेडिकल में गहराया आक्सीजन संकट, सिलिडर मिलने पर राहत

जासं, अलीगढ़ : कोरोना के बढ़ते मरीजों के बीच सबसे अधिक मांग आक्सीजन गैस की है। इसलिए प्रशासन भी सबसे अधिक जोर आक्सीजन की आपूर्ति सुचारू बनाए रखने पर दे रहा है। मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के जवाहरलाल नेहरू (जेएन) मेडिकल कालेज में आक्सीजन की आपूर्ति लड़खड़ा गई। गैस की आपूर्ति न होने से कोरोना वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए संकट खड़ा हो गया। ऐसी स्थिति तब बनी, जब दो घंटे के लिए ही आक्सीजन का बैकअप बचा था। इंतजामिया ने जिला प्रशासन को जानकारी दी। इसके बाद ही आक्सीजन के सिलिडर की आपूर्ति हो सकी। मेडिकल कालेज में अब आक्सीजन की कमी नहीं है।

मेडिकल कालेज में कोरोना के गंभीर मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। वर्तमान में 41 मरीज भर्ती हैं। इनमें से कई को आक्सीजन दी जा रही है। ट्रामा सेंटर में आने वाले गंभीर मरीजों को भी आक्सीजन दी जाती है। इस हिसाब से हर रोज मेडिकल को 100 आक्सीजन के सिलिडर की जरूरत होती है। इनका इस्तेमाल वेंटीलेटर पर रखे जा रहे मरीजों के लिए भी हो रहा है। मेडिकल कालेज के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. हारिश एम खान ने बताया कि सिलिडर आपूर्ति करने वाली कंपनी ने सुबह पांच बजे 50 सिलिडर उपलब्ध कराए थे। दस बजे उसने आपूर्ति करने से इन्कार कर दिया। हमारे पास दोपहर ढाई बजे तक ही आक्सीजन का बैकअप था, क्योंकि 50 सिलिडर 12 घंटे ही चल पाते हैं। आक्सीजन की कमी मरीजों की जान पर न भारी न पड़ जाए, इसलिए जिला प्रशासन को जानकारी दी गई। दोपहर तीन बजे आक्सीजन की आपूर्ति हो गई। लिक्विड आक्सीजन देने

की कर ली थी तैयारी

प्रो. हारिश ने बताया कि हमारे पास लिक्विड आक्सीजन के दो टैंक हैं। जिनसे कोविड वार्ड आदि में आक्सीजन की आपूर्ति होती है। अगर आक्सीजन सिलिडर नहीं मिल पाते तो वेंटीलेटर पर रखे मरीजों को लिक्विड आक्सीजन देने की तैयारी कर ली थी। मरीजों की संख्या को देखते हुए हर जगह आक्सीजन की मांग बढ़ गई है। हास्पिटल प्रशासन ने निर्णय लिया है कि लिक्विड आक्सीजन का एक और टैंक बनाया जाएगा। इससे समस्या का समाधान हो सकेगा।

कोविड मरीजों के लिए बढ़ेंगे बेड

मेडिकल कालेज में फिलहाल 41 बेड हैं। मरीजों की संख्या को देखते हुए ये कम पड़ गए हैं। प्रो. हारिश के अनुसार बुधवार को बेड बढ़ाने को लेकर बैठक होगी। कितने बेड बढ़ पाएंगे, ये बैठक के बाद ही पता चल सकेगा।

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