रंग-बिरंगी रोशनी से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय रोशन, सेल्फी लेने की मची होड़
जागरण संवाददाता अलीगढ़ एएमयू की स्थापना होने के बाद 17 अप्रैल 1920 को स्ट्रेची हॉल में समार
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : एएमयू की स्थापना होने के बाद 17 अप्रैल 1920 को स्ट्रेची हॉल में समारोह का आयोजन किया गया था। आयोजन को गुरुवार को सौ साल हो गए। इस ऐतिहासिक दिन को और खूबसूरत बनाने के लिए कैंपस को दुल्हन की तरह सजाया गया है। ऐतिहासिक इमारतों पर जगमगा रही रंग-बिरंगी रोशनी देखते ही बन रही है। गुरुवार देर रात तक लोग परिवार संग इमारतों को कैमरे में कैद करने में लगे थे। युवाओं में सेल्फी लेनी की होड़ मची थी।
एएमयू संस्थापक सर सैयद अहमद खां ने 24 मई 1875 में सात छात्रों से मदरसा तुल उलूम के रूप में यूनिवर्सिटी की नींव रखी थी। 8 जनवरी 1877 को 74 एकड़ फौजी छावनी में मोहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल (एमएओ) कॉलेज स्थापित किया। एमएओ कॉलेज को एएमयू में अपग्रेड करने के लिए तब के शिक्षा सदस्य सर मोहम्मद शफी ने 27 अगस्त 1920 को इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल में बिल पेश किया। काउंसिल ने इसे 9 सितंबर को दोपहर 12:03 बजे पारित किया। गवर्नर जनरल की सहमति भी मिली। एक दिसंबर को अधिसूचना जारी की गई और विश्वविद्यालय अस्तित्व में आया। उसी दिन राजा महमूदाबाद पहले कुलपति नियुक्त किए गए। विश्वविद्यालय का विधिवत उद्घाटन 17 दिसंबर 1920 को हुआ। इसी उपलक्ष में एएमयू को गुरुवार को सजाया गया। शुक्रवार को भी इमारतें रोशन रहेंगी। यूनिवर्सिटी के स्ट्रेची हॉल, मौलाना आजाद लाइब्रेरी, बाबे सैयद, विक्टोरिया गेट, मास कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट, इंजीनियरिग कॉलेज, यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक, सेंटेनरी गेट आदि को सजाया गया है। कैंपस में की गई सजावट की छटा देखते ही बन रही है।