कोविड शवों के दाह-संस्कार को लकड़ी दे रहा अलीगढ़ नगर निगम

अंत्येष्टि स्थलों पर साफ-सफाई सैनिटाइजेशन व जरूरी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। शाहजमाल कब्रिस्तान में जगह-जगह पोल लगाकर एलईडी लगा दी गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 May 2021 08:16 PM (IST) Updated:Sun, 23 May 2021 08:16 PM (IST)
कोविड शवों के दाह-संस्कार को लकड़ी दे रहा अलीगढ़ नगर निगम
कोविड शवों के दाह-संस्कार को लकड़ी दे रहा अलीगढ़ नगर निगम

जासं, अलीगढ़ : कोविड शवों के अंतिम संस्कार के लिए नगर निगम मुफ्त में लकड़ी मुहैया करा रहा है। अंत्येष्टि स्थलों पर साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन व जरूरी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। शाहजमाल कब्रिस्तान में जगह-जगह पोल लगाकर एलईडी लगा दी गई हैं। समबर्सिबल भी शुरू करा दिया गया है।

नुमाइश मैदान स्थित श्मशान गृह व शाहजमाल कब्रिस्तान को प्रशासन ने कोविड डेडीकेटेड घोषित किया है। कोविड प्रोटोकाल के तहत ही यहां अंतिम संस्कार हो रहा है। सरकार ने जरूरतमंदों को अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपये मदद की घोषणा की है। ये जिम्मेदारी नगर निकायों को सौंपी गई है। अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्त ने बताया कि शासनादेश होते ही इके लेकर व्यवस्थाएं कर ली गई थीं। असहाय लोगों को निश्शुल्क लकड़ी मुहैया कराने के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं। श्मशान गृहों की देखरेख कर रहीं संस्थाओं को भी अवगत करा दिया गया है। कुछ जगह बोर्ड भी लग रहे हैं। नुमाइश मैदान स्थित श्मशान गृह में लकड़ियां भेजी गई थीं, वहां इन लकड़ियों का उपयोग ही नहीं किया गया। ये लकड़ियां समाप्त होती हैं तो और भिजवा देंगे। इसके लिए तो शासन से सीधे आदेश हैं, जिसका अनुपालन नगर निगम कर रहा है। अवर अभियंताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वे अंत्येष्टि स्थलों की निगरानी भी कर रहे हैं। श्मशान गृह और कब्रिस्तान में शवों की संख्या अब कम हुई है। जहां दो हफ्ते पहले तक 15 से 18 शव प्रतिदिन लाए जाते थे, वहीं अब दो से पांच शव आ रहे हैं। रविवार को नुमाइश मैदान स्थित श्मशान में दो शव पहुंचे। एक अन्य शव भी लाया गया था, लेकिन बाद में स्वजन दाह-संस्कार के लिए शव को गांव ले गए।

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