Aligarh Municipal Corporation: कोरोना काल में धीमी हुई नगर निगम के निर्माण विभाग की चाल

कोरोना काल में नगर निगम के निर्माण विभाग की चाल धीमी पड़ती जा रही है। जो प्रोजेक्ट सालभर में पूरे होने थे वे दो साल बाद भी अधूरे पड़े हैं। हालांकि निर्माण कार्यों पर रोक नहीं है न ही बजट का अभाव है। लेकिन अफसर ही रुचि नहीं ले रहे।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 11:33 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 11:33 AM (IST)
Aligarh Municipal Corporation: कोरोना काल में धीमी हुई नगर निगम के निर्माण विभाग की चाल
कोरोना काल में नगर निगम के निर्माण विभाग की चाल धीमी पड़ती जा रही है।

अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना काल में नगर निगम के निर्माण विभाग की चाल धीमी पड़ती जा रही है। जो प्रोजेक्ट सालभर में पूरे होने थे, वे दो साल बाद भी अधूरे पड़े हैं। हालांकि, निर्माण कार्यों पर रोक नहीं है, न ही बजट का अभाव है। लेकिन, अफसर ही रुचि नहीं ले रहे। कई प्रोजेक्ट तो काफी महत्वपूर्ण हैं, जिन्हें अब तक पूरा हो जाना चाहिए था। 

यह थी कार्ययोजना

स्मार्ट सिटी के तहत शहर को संवारने की योजना 2017 में बनी थी। तभी कई प्रोजेक्ट तैयार किए गए, जिन पर मुहर लगने के बाद बजट भी पास हो गया। लेकिन, प्राेजेक्ट की नींव रखने में भी सालभर गुजर गया। 2019 में एसटीपी प्लांट, एफएसटीपी प्लांट की कार्ययोजना तैयार कर निर्माण कार्य शुरू हुआ। डेढ़ साल में ये तैयार होने थे। 2020 में अचल सरोवर के सुंदरीकरण, लालडिग्गी पर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की बिल्डिंग के अलावा बारहद्वारी पर शापिंग कांप्लेक्स का काम शुरू किया गया, ये भी अधूरे पड़े हैं। जबकि, इनका प्रस्ताव 2019 में ही पास हो चुका था। सेंटर प्वाइंट चौराहे के सुंदरीकरण का कार्य दो साल से चल रहा है, ये भी पूरा नहीं हो सका। स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम, स्मार्ट रोड, जवाहर पार्क का सुंदरीकरण में नगर निगम अधिकारी कुछ खास न कर सके। सबसे महत्वपूर्ण अमृत योजना के तहत घर-घर शुद्ध जल पहुंचाने की योजना भी अटकी पड़ी है। जबकि, जगह-जगह वाटर लाइन बिछा दी गई हैं।

जलभराव की मुसीबत झेलने को मजबूर होंगे शहरवासी

 ओवरहैड टैंक और नलकूपों पर अभी काम चल ही रहा है। ये काम पिछले साल ही पूरे हो जाने चाहिए थे। पोखरों की क्षमता बढ़ाने के दावे भी कागजी साबित हो रहे हैं। नालों का भी विस्तार नहीं हो सकता है। पड़ाव दुबे, मैलरोज बाईपास, छावनी, जमालपुर में आधे-अधूरे नाले बनाए गए हैं। ये कार्य पूरे नहीं हुए तो मानसून में शहरवासी फिर जलभराव की मुसीबत झेलने को मजबूर होंगे। नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह का कहना है कि सभी जो कार्ययोजना बनाई गई हैं, उन पर काम चल रहा है। जरूरी कार्य प्राथमिकता पर कराए जा रहे हैं। जलभराव न हो, इसके पूरे इंतजाम कराए जा रहे हैं। नगर निगम को पूरा प्रयास है कि शहरवासियों को किसी प्रकार की कोई परेशान न हो।

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