Aligarh Jail : 106 सिद्धदोष बंदियों की रिहाई पर हो रहा विचार, ये है वजह

कोरोना के चलते जिला कारागार में भी बंदियों का दबाव कम करने के लिए कवायद शुरू हो गई है। जेल प्रशासन ने पहले 313 विचाराधीन बंदियों की सूची बनाई है जिन्हें रिहा किया जाना है। वहीं 106 सिद्धदोष बंदियों को भी चिह्नित किया है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 10:34 AM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 10:34 AM (IST)
Aligarh Jail : 106 सिद्धदोष बंदियों की रिहाई पर हो रहा विचार, ये है वजह
106 सिद्धदोष बंदियों को भी चिह्नित किया है।

अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना के चलते जिला कारागार में भी बंदियों का दबाव कम करने के लिए कवायद शुरू हो गई है। जेल प्रशासन ने पहले 313 विचाराधीन बंदियों की सूची बनाई है, जिन्हें रिहा किया जाना है। वहीं 106 सिद्धदोष बंदियों को भी चिह्नित किया है। इनकी रिहाई पर विचार चल रहा है। सूची शासन को भेजी गई है। वहीं से निर्णय होगा। 

बंदियों को पैरोल पर रिहा करने का विचार

जिला कारागार में वर्तमान में करीब 3600 बंदी कैदी हैं। वहीं जेल की क्षमता मात्र 1100 बंदियों की है। ऐसे में कोरोना के बढ़ती रफ्तार को देखते हुए प्रयागराज हाईकोर्ट की पावर कमेटी ने सात साल से कम सजा वाले विचाराधीन बंदियों को पैरोल पर रिहा करने के लिए कहा। इसी क्रम में जिला कारागार में 313 बंदियों की सूची बनाई गई है। इनमें 77 बंदी हाथरस के हैं, जिनमें दो महिलाएं हैं। इसके अलावा 236 बंदी अलीगढ़ के हैं, जिनमें तीन महिलाएं हैं। इसके बाद भी जेल का दबाव कम नहीं होता दिख रहा। ऐसे में जेल प्रशासन ने 106 सिद्ध दोष बंदियों की सूची बनाई है, जिन्हें रिहा किया जा सकता है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि 313 विचाराधीन बंदियों की सूची बनाई गई है। इन्हें रोजाना अदालतें लगाकर अंतरिम जमानत पर रिहा किया जाएगा। इनके अलावा 106 सिद्धदोष बंदियों की रिहाई पर भी विचार किया जा रहा है। 

28 बंदी किए गए रिहा 

जिला जज विवेक संगल के निर्देश पर मंगलवार को 60 दिन की अंतरिम जमानत पर 28 बंदियों को रिहा कर दिया गया है। इनमें 16 बंदियों को पाक्सो की विशेष न्यायाधीश नंद प्रताप ओझा की अदालत ने, जबकि 12 बंदियों को एसीजेएम द्वितीय प्रतिभा चौधरी की कोर्ट ने जमानत दी है।

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