मोबाइल लूटने वाले तीन आरोपित अलीगढ़ जीआरपी ने दबोचे, हत्यारों का पता नहीं
खुर्जा रेलवे स्टेशन पर छह अप्रैल को मिला था शव मोबाइल था गायब।
जासं, अलीगढ़ : दो माह पहले बुलंदशहर के युवक की हत्या के मामले में पुलिस अभी तक आरोपितों तक नहीं पहुंच सकी है। लेकिन, शुक्रवार को युवक का मोबाइल लूटने वाले तीन बाल अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों लूट के बाद मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि तीनों ने सिर्फ लूट की है।
छह अप्रैल को खुर्जा रेलवे स्टेशन पर शव कटा हुआ मिला था। 15 अप्रैल को बुलंदशहर के गांव नरसैना निवासी संजय कुमार ने इसकी शिनाख्त अपने भाई अंकित के रूप में की। संजय ने बताया कि 31 मार्च को अंकित बुलंदशहर के गांव ईशनपुर निवासी अपने साले दीपक व पंकज के साथ अजायबपुर (नोएडा) में मजदूरी करने गया था। छह अप्रैल को सुबह दीपक वापस आ गया। शाम चार बजे पंकज और अंकित भी निकल आए। शाम साढ़े सात बजे दोनों पैसेंजर से अजायबपुर रेलवे स्टेशन से खुर्जा पहुंचे। यहां से पंकज पास ही स्थित अपनी बहन के घर चला गया। अंकित भी अपनी बहन/मौसी के घर बनकापुर जाने के लिए निकला। मौसी का लड़का कमलेश उसे बनकापुर में लेने आने वाला था। वह नहीं आया। रात को अंकित का फोन स्विच आफ हो गया। रात में उसका शव मिला। मोबाइल गायब था। अंकित की मां और भाई ने एसपी रेलवे से शिकायत की। इसके बाद छह जून को जीआरपी अलीगढ़ थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ। जांच के लिए तीन टीमें गठित की गई। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की तो पता चला कि तीन बाल अपराधी मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं। तीनों बुलंदशहर के थाना खुर्जा के गांव मदनपुर के रहने वाले हैं। नौ जून को पुलिस ने तीनों को बुलाकर पूछताछ की। तीनों ने लूट की बात कबूल की।
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जन्मदिन मनाकर लौट रहे थे तीनों
दरअसल, उसी दिन तीनों में से एक का जन्मदिन था। तीनों जन्मदिन मनाकर रेलवे स्टेशन खुर्जा के पास फ्लाईओवर के नीचे से गुजर रहे थे। तभी अंकित नशे में लड़खड़ाता और मोबाइल पर बात करता दिखा। तीनों ने मोबाइल छीन लिया और बाइक से भाग गए। इसके बाद तीनों से बारी-बारी से मोबाइल चलाया। थाना प्रभारी व एसएसआइ अब्दुल मोईज खां ने बताया कि मोबाइल बरामद कर लिया है। तीनों ने लूट की बात कबूली है। हत्या की विवेचना की जा रही है।