Astha : दिव्य और भव्य मंदिर के लिए अलीगढ़ ने दिए तीन करोड़, 10 करेंगे पार Aligarh news

श्रीराम मंदिर के लिए महानगर से अभी तक तीन करोड़ रुपये की राशि एकत्र हुई है। जनमानस की प्रबल इच्छा को देखते हुए अभियान को 31 जनवरी तक कर दिया गया है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि 10 करोड़ से अधिक राशि एकत्र कर लेंगे।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 07:40 AM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 11:01 AM (IST)
Astha : दिव्य और भव्य मंदिर के लिए अलीगढ़ ने दिए तीन करोड़, 10 करेंगे पार Aligarh news
श्रीराम मंदिर के लिए महानगर से अभी तक तीन करोड़ रुपये की राशि एकत्र हुई है।

अलीगढ़, जेएनएन : श्रीराम मंदिर के लिए महानगर से अभी तक तीन करोड़ रुपये की राशि एकत्र हुई है। जनमानस की प्रबल इच्छा को देखते हुए अभियान को 31 जनवरी तक कर दिया गया है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि 10 करोड़ से अधिक राशि एकत्र कर लेंगे। इस अभियान में उद्यमी, डाक्टर, अधिवक्ता, इंजीनियर के साथ फुटपाथ पर काम करने वालों से भी दान लिया जा रहा है, जिससे श्रीराम मंदिर में हर वर्ग का योगदान हो।अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण में अलीगढ़ की माटी का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल अतरौली तहसील क्षेत्र के गांव बिजौली के रहने वाले थे। 1980 के दशक में उन्होंने मंदिर के लिए हुंकार भरी थी। ज्योति यात्रा, राम शिला पूजन आदि यात्राएं निकालकर राम मंदिर आंदोलन को जन-जन तक पहुंचा दिया था। इसीलिए अलीगढ़ के लोगों में राम मंदिर को लेकर आगाध आस्था है। स्थिति यह है कि मुस्लिम समाज के लोग भी मंदिर के लिए सहयोग कर रहे हैं।

सबसे बड़ी राशि दी

अलीगढ़ में सबसे अधिक राशि दान देने वालों में आरएसएस के महानगर संघचालक अजय सर्राफ हैं। उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख रुपये का दान दिया है। जिले में अभी तक इससे बड़ी राशि किसी ने नहीं दी है। पांच लाख दान देने वालों में तमाम लोग शुमार हैंं। एक लाख रुपये देने वालों में 50 से भी अधिक लोग हैं। खास बात है कि मंदिर निर्माण के लिए डाक्टर, इंजीनियर, अधिवक्ता दान दे रहे हैं। कुली, मोची, ढकेल लगाने भी मंदिर के लिए दान दे रहे हैं। विभाग प्रचारक जितेंद्र ने कहा कि प्रभु श्रीराम जनमानस के हृदय में समाहित हैं। वह हम सभी के आस्था, विश्वास के केंद्र हैं। उत्सव और आनंद हैं। जीवन जीने की कला बताते हैं। इसलिए मंदिर में दान देने वालों का उत्साह बढ़ता जा रहा है। जितेंद्र ने कहा कि रास्ता रोक-रोक कर लोग दान दे रहे हैं। लोगों में गजब का उत्साह है।

हजारों लोग अभी भी रह गए

प्रचार प्रमुख भूपेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रभु श्रीराम के मंदिर के लिए 500 साल तक लंबा संघर्ष चला है। लाखों लोगों ने अपने प्राण त्याग दिए। इसलिए मंदिर के लिए हर कोई दान देना चाहता है। स्थिति यह है कि टोलियां पहुंच नहीं पा रही हैं, लोग टोलियों के आने का इंतजार कर रहे हैं, ऐसा उत्साह बना हुआ है। तीन करोड़ रुपये अभी तक दान में आ चुका है। 10 करोड़ से अधिक पार करेंगे। क्योंकि अभी भी हजारों की संख्या में दान देने वाले रह गए हैं।

 

15 नगरों में निकल रही टोलियां

आरएसएस ने समर्पण निधि एकत्र करने के लिए टोलियां बना रखी हैं। महानगर को 15 नगरों में बांटा गया है। नगर के हिसाब से टोलियां प्रतिदिन सुबह सात बजे निकलती हैं। कड़ाके की ठंड के बावजूद संघ के स्वयंसेवकों का उत्साह देखते ही बनता है। वह जयश्रीराम का उद्घघोष लगाते हुए निकलते हैं। कुछ बड़े नगर हैं, उसमें शाखा के अनुसार व्यवस्था की गई है। महानगर में 80 के करीब शाखा लग रही हैं। सभी शाखा के स्वयंसेवक समर्पण निधि में सहयोग कर रहे हैं।

जनप्रतिनिधि भी कर रहे सहयोग

 समर्पण निधि में भाजपा के जनप्रतिनिधि भी सहयोग कर रहे हैं। शहर विधायक संजीव राजा, कोल विधायक अनिल पाराशर और एमएलसी मानवेंद्र प्रताप सिंह लगातार सहयोग कर रहे हैं। वह आरएसएस के कार्यकर्ताओं के साथ निकलकर समर्पण निधि एकत्र कर रहे हैं। विधायक संजीव राजा ने कहा कि प्रभु श्रीराम के मंदिर के लिए आंदोलन में भाग लिया था, आज फिर रामकाज के लिए निकले हैं, अच्छा लग रहा है। कोल विधायक अनिल पाराशर ने कहा कि 1990 का आंदोलन याद आता है तो रोम-रोम रोमांचित हो उठता है। कोई सूचना ना कोई संदेश हजारों की संख्या में लोग निकल पड़ते थे। जयश्रीराम के जयकारे से पूरा माहौल गूंज उठता था।

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