Aligarh Deendayal Covid Hospital: साहब...मुझे बच्चों से मिलना है छुट्टी दे दीजिए
कोविड अस्पताल का स्टाफ भी योद्धा की तरह लड़ रहा है। लंबी ड्यूटी वह भी घर-परिवार से दूर। कोई छुट्टी नहीं है फिर भी हिम्मत व साहस के साथ मरीजों की सेवा में जुटा है। कुछ को अब बीवी-बच्चों व माता-पिता की याद सताने लगी है।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना के खिलाफ जंग में कोविड अस्पताल का स्टाफ भी योद्धा की तरह लड़ रहा है। लंबी ड्यूटी, वह भी घर-परिवार से दूर। कोई छुट्टी नहीं है, फिर भी हिम्मत व साहस के साथ मरीजों की सेवा में जुटा है। कुछ को अब बीवी-बच्चों व माता-पिता की याद सताने लगी है। ऐसे कर्मी प्रबंधन से एक-एक छुट्टी के लिए गुहार लगा रहे हैं। मजबूरी भी बता रहे हैं, लेकिन अधिकारी उन्हें स्टाफ की कमी बताते हुए छुट्टी देने में असमर्थता प्रकट कर रहे हैं।
आप्टोमेट्रिस्ट का पत्र
दीनदयाल कोविड अस्पताल के आप्टोमेट्रिस्ट हरिभान ने सीएमएस को पत्र लिखा है। आगरा निवासी हरिभान ने कहा है कि उनकी ड्यूटी 14 अप्रैल से 28 अप्रैल तक कोविड मरीजों की ईसीजी जांच करने में लगाई गई। 29 अप्रैल से 13 मई तक हेल्प डेस्क-टू पर ड्यूटी लगा दी गई है। अब छुट्टी कब मिलेगी। उन्हें बच्चों व माता-पिता के पास भी जाना है। मा्ता-पिता बुजुर्ग हैैं, बच्चे छोटे-छोटे हैं। इसलिए दो-चार दिन का अवकाश देने की कृपा करें। ऐसे प्रार्थना पत्र कोविड अस्पतालों में ड्यूटी कर रहे अन्य कर्मचारियों ने अफसरों को लिखे हैं। इनमें लंबी ड्यूटी के बाद कुछ दिन की छुट्टी मांगी गई है, ताकि बीवी-बच्चों व माता-पिता से मिल सकें। इनमें से कुछ को ही छुट्टी मिल पाई है। कुछ तो डबल ड्यूटी के लिए भी तैयार हैं।
दीनदयाल अस्पताल में हालात खराब
दीनदयाल कोविड अस्पताल में सर्वाधिक (250 से अधिक) मरीज हैं। यहां गंभीर मरीजों को लेवल-टू की सुविधा दी जा रही है। इसके लिए छह टीम बनाई गई हैं। तीन टीमें 14 दिन तक शिफ्टवाइज ड्यूटी करती हैं। 14 दिन बाद दूसरी टीम की ड्यूटी लगाई जाती है। पहली टीम से नान कोविड कार्य (इमरजेंसी, हेल्प डेस्क आदि) लिया जाता है। एक रिजर्व टीम भी है। लगातार ड्यूटी के चलते दूसरे जिले के कर्मचारी अपने घर-परिवार तक से नहीं मिल पा रहे हैैं। सीएमएस डा. एबी सिंह का कहना है कि स्टाफ की कमी है। मरीज बहुत ज्यादा है। सीएमओ व अन्य अधिकारियों से स्टाफ मांगा गया है।