Aligarh Coronavirus Alert : अब वीडियो कान्फ्रेंसिंग से होगी बंदियों की पेशी, जानिये क्यों
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला कारागार में एक बार फिर से सख्ती बढ़ा दी गई है। हालांकि यहां मुलाकात पूरी तरह बंद हैं। लेकिन हालात ठीक होने पर बंदियों को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला कारागार में एक बार फिर से सख्ती बढ़ा दी गई है। हालांकि यहां मुलाकात पूरी तरह बंद हैं। लेकिन, हालात ठीक होने पर बंदियों को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था। मगर अब फिर से बंदियों की पेशी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से करवाई जाएगी। रोजाना बंदियों के टेस्ट भी करवाए जा रहे हैं।
फिर से कोरोना का खतरा बढ़ा
जिला कारागार में वर्तमान में 3300 बंदी हैं। वर्ष 2020 में मार्च में लाकडाउन लगने के बाद जिला कारागार में मुलाकात बंद हो गई। बीच-बीच में हालात सुधरने लगे। लेकिन, जेल में बंदियों की मुलाकात को लेकर कोई आदेश नहीं आए। हालांकि बंदियों की कोर्ट में पेशी शुरू हो गई। लेकिन, अब एक बार फिर से कोरोना का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में जेल से प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। जेलर पीके सिंह ने बताया कि अब बंदियों की पेशी वीडियो कान्फ्रेंसिंग से होगी।
बंदियों को लगवाई जा रही वैक्सीन
जेलर के मुताबिक, 45 वर्ष से ऊपर के उम्र वाले बंदियों को वैक्सीन लगवाई जा रही हैं। इसी के साथ जेल में आने वाले बंदियों का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं। पूरा एहतियात बरता जा रहा है।फोन से बात करते हैं बंदी
लंबे समय से मुलाकात न होने के चलते बंदियों में तनाव भी देखने को मिल रहा है। ऐसे में जेल प्रशासन ने लाकडाउन में ही छह टेलीफोन लगवाए थे, जबकि चार टेलीफोन पहले से जेल में मौजूद हैं। ऐसे में अब 10 टेलीफोन से रोजाना करीब एक हजार बंदी अपने घर पर बात करते हैं।