अलीगढ़ शहर विधायक ने पूछा, मरीजों को भोजन की जगह खिचड़ी व दलिया क्यों
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर सरकार का पूरा जोर है मगर सरकारी अस्पतालों की सेहत पर ज्यादा असर नहीं है। शहर विधायक संजीव राजा ने खुद जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं।
जासं, अलीगढ़ : स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर सरकार का पूरा जोर है, मगर सरकारी अस्पतालों की सेहत पर ज्यादा असर नहीं है। शहर विधायक संजीव राजा ने खुद जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं। सीएमएस को पत्र भेजकर कई बिदुओं पर कठघरे में खड़ा किया है, कुछ जानकारी भी मांगी हैं।
विधायक ने पूछा है? कि यहां जेम पोर्टल की व्यवस्था है अथवा नहीं। यदि नहीं है तो क्यों नहीं? अस्पताल में दवा, भोजन वितरण, कंटीजेंसी, रोगियों को दूध वितरण आदि में कब से टेंडर प्रक्रिया अपनाई जा रही है। यदि नहीं तो क्यों? अस्पताल में कौन-कौन से ठेकेदारों की सेवा ली जा रही है, उनके नाम, पते व फर्म का विवरण दें। रोगी कल्याण समिति के तहत सभी मदों में जमा धनराशि का विवरण, दवा का कुल बजट, अस्पताल में कार्यरत लिपिक, उनके पद व पटल की जानकारी दें। विधायक ने लिखा है कि कुछ डाक्टर नियम विरुद्ध बाहर की दवा लिख रहे हैं, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। मरीजों के भोजन का मेन्यू क्या है? कौन सी फर्म पर जिम्मा है। संज्ञान में आया है कि भोजन के स्थान पर खिचड़ी व दलिया बट रहा है। मरीज, स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी लिपिक, चिकित्सकों को प्रबंधन द्वारा परेशान करने की शिकायतें हैं। इसका क्या कारण है? वाटर कूलर व पार्क में लगा ट्यूबवेल बंद है, क्या गर्मियों में उन्हें ठीक कराया जाएगा? अस्पताल में ई-हास्पिटल सुविधा शुरू हो गई है, यदि हां तो कितने कर्मचारी कार्यरत हैं, उनका विवरण दें। विधायक ने कहा कि सभी सुविधाएं होने के बाद भी इमरजेंसी से अधिकांश मरीजों को मेडिकल कालेज रेफर किए जा रहे हैं। शासनादेश पर भी इमरजेंसी को मिनी आपरेशन थियेटर के रूप में अभी तक क्यों शुरू नहीं किया गया है? अस्पताल परिसर में स्थित आवासों का विवरण भी विधायक ने मांगा है।